The Brutalist Review hindi:2024 में रिलीज़ हुई “द ब्रूटलिस्ट“जो कि एक ऐतिहासिक ड्रामा है,जो कि अब हिंदी डबिंग के साथ प्राइम वीडियो पर उपलब्ध करवा दी गई है। फिल्म की लंबाई जानकर आप थोड़ा शॉक्ड हो सकते हैं क्योंकि यह लंबाई तीन घंटे इक्कीस मिनट की है।
शायद आप इस बात को जानकर हैरान हो जाएँ कि इसे अभी तक 7 बड़े अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। एक अच्छी हिंदी डबिंग के साथ क्या “द ब्रूटलिस्ट” प्राइम वीडियो पर देखी जा सकती है या नहीं,आइए जानते हैं अपने इस रिव्यू में।
कहानी
1947 में ‘लास्ज़लो टोथ’ यूरोप से अमेरिका आता है खुद को एक कामयाब आदमी बनाने के लिए। लास्ज़लो टोथ अच्छा आर्किटेक्ट है जो अपनी पत्नी और भतीजी से बिछड़ गया है। यहाँ अमेरिका में इसका एक चचेरा भाई है, ये इसके पास ही आकर रहने लगता है।
अब काम की तलाश करते-करते लास्ज़लो टोथ को एक लाइब्रेरी बनाने का काम मिलता है। टैलेंट का धनी लास्ज़लो टोथ अपने काम की वजह से जाना जाने लगता है पर इसके साथ ही इसके जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलते हैं।
फिल्म ने अपनी कहानी के माध्यम से न जाने कितने लोगों को अपने सपनों को पाने के लिए प्रेरित किया होगा।अब जब इसकी ज़िंदगी में सब कुछ अच्छा चलने लगता है तब यह अपनी पत्नी को भी अमेरिका में बुलाना चाहता है जो कि यूरोप में ही कहीं रहती है।
लास्ज़लो टोथ के हाथों एक बड़ा कम्युनिटी सेंटर बनाने का काम मिलता है। अब क्या लास्ज़लो टोथ इस कम्युनिटी सेंटर को बना पाता है या नहीं, किस तरह से यह अपनी ज़िंदगी की चुनौतियों से लड़ते हुए लक्ष्य की प्राप्ति करता है, यही सब हमें इसकी कहानी में देखने को मिलता है।
क्या है ख़ास “द ब्रूटलिस्ट” में
कहानी मोटिवेट करने वाली है जहाँ दिखाया गया है कि किस तरह से एक इंसान जो दूसरे देश से अमेरिका आता है, बहुत से संघर्ष के बाद खुद को वहाँ स्टैब्लिश करता है। फिल्म के अंदर भर-भर के इमोशनल सीन भी डाले गए हैं जो कहानी से दर्शक को भावात्मक रूप से जोड़ने का काम करती है।
“द ब्रूटलिस्ट” को आप अपने परिवार के साथ तो नहीं देख सकते हैं क्योंकि यहाँ बहुत से एडल्ट सीन देखने को मिलते हैं। एक्टर की एक्टिंग, फिल्म की प्रोडक्शन वैल्यू, सिनेमैटोग्राफी, कलर ग्रेडिंग अच्छी है।
निगेटिव पॉइंट
“द ब्रूटलिस्ट” काफी लंबी फिल्म है जिस वजह से यह कहीं-कहीं पर बहुत ज़्यादा स्लो हो जाती है।कुछ बेमतलब के सीन भी यहाँ देखने को मिलते हैं जो बोरियत फील कराते हैं।
निष्कर्ष
अगर आपको डॉक्यूमेंट्री फिल्में या शो देखना पसंद है जहाँ एक कैरेक्टर की ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव के बारे में दिखाया जाए तो यह फिल्म आपको पसंद आने वाली है। मेरी तरफ से इसे दिए जाते हैं पाँच में से तीन स्टार की रेटिंग। बस ध्यान रखना है कि परिवार के साथ इसे न देखें।
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