Snakes And Ladders:पांच घंटे के इस सीरीज में आपको टोटल नौ एपिसोड देखने को मिलेंगे।शो की कहानी २१वी शताब्दी के चार लापरवाह बच्चो को दिखाती है। जिनके द्वारा अनजाने में किये गये अपराध के कारण ये बच्चे और बुरी परिस्तिथियों में फसते चले जाते है। इनके गलत फैसलों की वजह से इनके पीछे पुलिस और गुंडे दोनों पड़े होते है।
कहानी
सीरीज की शुरवात में दो लुटेरे एक म्यूज़ियम से चोरी करके लौट रहे है। दोनों चोर सोचते है के क्यों न एक दो जगह और चोरी करी जायें , तब ये दोनों चोर एक घर में घुसते है और डकैती के बाद घर की महिला को बेरहमी से मार कर घायल कर देते हैं।
इस घटना को अनजाम देने के बाद एक चोर दूसरे चोर से बोलता है के फौजी के घर पर भी चोरी करनी है तब इन दोनों में से एक चोर चोरी को अंजाम देने के लिये फौजी के घर में घुसता है।
फौजी का बेटा गिल्ली समझ जाता है के चोर घर में घुसा है पर वो ऐसा बिहेव करता है जैसे के अनजान हो। चोर किचन की अलमारी में जाकर छुप जाता है ताकि किसी को पता न लगे। तभी गिल्ली अलमारी को बाहर से बंद कर देता है जिससे चोर की दम घुटकर मौत हो जाती है। गिल्ली अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर उसकी डेड बॉडी को जमीन में गाड़ देते है।
शो के सकारात्मक पहलू
शो की राइटिंग काफी अच्छी है। सभी बच्चो की एक्टिंग बहुत शानदार है। स्क्रीन प्ले भी ठीक ठाक ही है। कुछ मिस्ट्री है जिसको सीजन २ के लिये बचा कर रक्खा गया है।
शो को बहुत उम्मीद किये बिना देखा जा सकता है। इसकी प्रोडक्शन वैलु अच्छी है। शो में जो लोकेशन दिखाये गये वो बहुत खूबसूरत है। शायद इसकी शूटिंग ऊटी में की गयी है। इसके कई सीन का बीजीएम नेटफ्लिक्स के एक शो स्ट्रेंजर थिंग्स की याद दिलाता है।
शो की खामिया
इन छोटे स्कूली बच्चों को अधिक आत्मविश्वास से भरा हुआ दिखाया गया है जो थोड़ा अजीब सा लगता है।इनके अंदर इतनी हिम्मत है के ये चारो लोग लाश को गड्ढा खोद र दफना देते है। पुरे शहर के गुंडे उस मारे गए चोर को ढूंढ रहे होते है वो भी इस लिए के वो म्यूज़ियम से एक लॉकेट चुरा कर लाया था। अब वो लॉकेट में ऐसा क्या है क्यों इस लॉकेट की सबको तलाश है इसके बारे में शो में कही पर भी नहीं बताया गया है ।
आयरा नाम के किरदार का बार बार नाम सुनने को मिलता है अब ये आयरा कौन है,कैसी दिखती है कुछ भी इसके बारे में नहीं दिखाया है। डायरेक्टर साहब ने इन बच्चो को इस तरह सी दिखाया है के ये बच्चे न होकर जेम्स बांड हो।
कम से कम इतना तो देखना चाहिये के शो के जो किरदार है इनकी उम्र कितनी है और आप इनको दिखाना क्या चाह रहे है। इसको पांच एपिसोड में ही खत्म कर देना चाहिए था पर जानबूझ कर इस सीरीज को नौ एपिसोड तक खीचा गया है।
आप इस सीरीज को फैमिली के साथ बैठ कर देख सकते है अगर मै इस फिल्म को एक लाइन में रिव्यु करूँगा तो मुझे लगता है के ये शो न तो बच्चो के लिये है और न ही बड़ो के लिये पता नहीं मेकर ने इस शो को किसके लिये बनाया है जो पूरी तरह से हमें निराश करता है। इसलिए मै इसे पांच में से दो स्टार देता हूँ।
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