Sinners फिल्म को सिनेमा के बाद किस ओटीटी पर हिंदी डबिंग के साथ रिलीज़ किया जाना है Sinners फिल्म को 18 अप्रेल से सिनेमा घरो में रिलीज़ किया जा चुका है। माइकल बी जॉर्डन ने Sinners में डबल रोल किया है और ये यहाँ पर मेन लीड में नज़र आरहे है।
फिल्म के अंदर माइकल ने दो भाई का रोल निभाया है। Sinners फिल्म को भारत में बहुत ज़ादा पसंद किया जा रहा है। फिल्म कितनी अच्छी होगी इसका अंदाज़ा IMDB रेटिंग से ही लगाया जा सकता है जो की है 8.२ की
Sinners का बजट है लगभग 100 मिलियन का और इसने पहले ही हफ्ते में अपने बजट को रिकवर कर लिया है। अब Sinners जितना भी बॉक्स ऑफिस से पैसा कमाए गी वह इसे एक हिट फिल्म का तमगा देगा। बहुत से लोग इसे सिनेमा घरो में जाकर नहीं देख सकते तो उन लोगो को अब इस फिल्म के ओटीटी रिलीज़ का इंतज़ार है।आइये जानते है कब और किस ओटीटी प्लेटफार्म पर Sinners फिल्म को रिलीज़ किया जाना है।
Sinners ओटीटी प्लेटफार्म रिलीज़ डेट
Sinners को सिनेमा रन के बाद प्राइम विडिओ के ओटीटी प्लेटफार्म पर इंग्लिश में रिलीज़ किया जायेगा। अगर आप Sinners को इंग्लिश में देखना चाहते है तो यह फिल्म आपको 20 मई से प्राइम विडिओ पर इंग्लिश में देखने को मिल जाएगी। पर यह अभी प्राइम विडिओ के इंटरनेशनल सेक्शन में ही रिलीज़ होगी।
अगर आप Sinners फिल्म को भारत में देखना चाहते है तो यह फिल्म ‘बुक माई शो’ पर रेंट पर उपलब्ध करा दी जायगी अब कब तक यह बुक मई शो पर देखने को मिलेगी तो Sinners को भारत में 30 मई से बुक माई शो पर रेंट पर उपलब्ध होना है।
Sinners हिंदी डबिंग ओटीटी प्लेटफार्म रिलीज़ डेट
Sinners के हिंदी ओटीटी राइट्स भारत के सबसे बड़े ओटीटी प्लेयर जिओ हॉटस्टार के पास है और जिओ हॉटस्टार Sinners को जुलाई महीने की सम्भवता 15 से 20 जुलाई के बीच इसको अपने ओटीटी प्लेटफार्म पर हिंदी में स्ट्रीम करवा देगा।
हिंदी डबिंग में देखने के लिए आपको काफी टाइम का इंतज़ार करना होगा पर अगर आप इसे इंग्लिश में देखना चाहते है तो यह मई के महीने में ही देखने को मिल जायगी इंटरनैशनल लेवल पर और भारत में बुक मई शो पर दिखेगी 30 मई से।
क्या है Sinners में ख़ास
Sinners फिल्म का बज़ पूरी दुनिया में बहुत अधिक था जो की इसके बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट को देख कर पता लगाया जा सकता है। 2 घंटे 17 मिनट की यह फिल्म आपको शुरू से लेकर अंत तक बांध कर रखती है। कहानी दो भाइयो की है जिन्होंने अपने काम से बहुत पैसा बनाया है अब एक अच्छी साफ़ सुथरी ज़िंदगी को जीने के लिए यह दोनों भाई अपने गांव आकर एक क्लब खोलना चाहते है।

इसके लिए इन दोनों को लेनी होती है एक जमीन और साथ ही चाहिए होते है काम करने वाले कुछ लोग मेरे हिसाब से यह फिल्म 1930 के टाइम पीरियड पर सेट है वह टाइम ऐसा था जब काले लोगो को गिरी नज़रो से देखा जाता था। जिसे यहाँ पर अच्छे से दिखाया भी गया है।
क्लब के लिए शराब और म्यूज़िक का होना तो ज़रूरी है वैम्पायर का नाम फिल्म में इस लिए जोड़ा गया है क्युकी कुछ आलसी लोग आसानी से सिनेमा घरो की तरफ दौड़ के पहुंचे अगर आप एक ढीट सिनेमा लवर है तो इस फिल्म को आईमैक्स सिनेमा में ही जाकर देखे जहा पर यह फिल्म एक अलग तरह का एक्सपीरियंस करवाएगी।
फिल्म पर जितना पैसा खर्चा किया गया है वो पूरा खर्च फिल्म देखते समय पता लगता है के पैसा खर्चा कहा किया गया है। यह हमें उसी टाइम पीरियड के अंदर ले जाकर खड़ा कर देती है जिसे हमें फिल्म के माधयम से जी लेते है। अगर आपको इसके म्यूज़िक से लेकर एक्शन का मज़ा लेना है तो वो मज़ा सिर्फ और सिर्फ सिनेमा घर में जाकर ही लिया जा सकता है।
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