Roopanthara Kannada Movie Review In Hindi :एक कन्नड़ फिल्म जिसके लीड रोल करैक्टर है राज बी शेट्टी एक अनोखे कांसेप्ट के साथ हमारे सामने रखी गई है।फिल्म की कहानी ऐसी है जिसे देखने के बाद आप एक बार फिरसे उसपर विचार करने के लिए ज़रूर सोचेंगे और यही इस फिल्म का प्लस पॉइंट है।फिल्म में आपको एक बूढा व्यक्ति मेन रोल में दिखेगा और इस बूढ़े व्यक्ति के चारों तरफ ही फिल्म की कहानी घूमती है।
फिल्म की कास्ट टीम
कलाकार – राज बी शेट्टी, भरत जी बी, अंजन ए भारद्वाज़, लेखा नायडू, जयशंकर आर्यर, हनुमक्का,सोम शेखर, कीर्तन कुमार, सिद्धार्थ, हरिशरवा आदि
डायरेक्टर – मिथिलेश एदावलथ
प्रोडूसर – सुहान प्रसाद, पार्थ जानी
म्यूजिक डायरेक्टर – मिथुन मुकुंदन
क्या है फिल्म की कहानी?
फिल्म की कहानी की शुरुआत एक बूढ़े व्यक्ति से होती है जो अपनी पत्नि के साथ आंख बनवाने के लिए जाता है और उसे ऐसी आपातकालीन स्तिथि का सामना करना पड़ता है जिसकी वजह से इस कपल को डायस्टोपिया से गुज़रना पड़ता है। फिल्म में आगे दिखाया जायेगा कि ये कपल जान बचाने के लिए जूझ रहा है तभी एक गैंग सामने दीखता है जिससे ये व्यक्ति हेल्प मांगता है।
फिल्म की कहानी फिलोसफी पर आधारित है एक ऐसी लाइन जो फिल्म में दिखाई गई है कि लाइफ हमे हमेशा दो मौके देती है कि या तो करो और या फिर मरो। इस बात को आप ऐसे समझ सकते है कि फिल्म में दिखाया गया ओल्ड मैन अपने हाथ में एक ककून को लिए होता है
और उसे देख कर कहता है कि अगर कीड़ा ककून से निकला तो उसे बटरफ्लाई बनकर उड़ने का मौका मिलेगा और अगर ककून के अंदर ही कीड़ा रह गया तो उसकी घुट कर मौत होना पक्का है। इस लाइन से ओल्ड मैन हमे लाइफ में दोनों चान्सेस होने के बारे में बताना चाहते है कि इंसान अपने लिए जो भी चुनता है वो खुद चुनता है। वो खुद अपने लिए अच्छा बुरा भला सब खुद समझता है।
फिल्म में बताया गया है कि जिंदगी हमे एक मौका ज़रूर देती है बटरफ्लाई बनकर उड़ने का अब चॉइस आपकी है आप उड़ेंगे या फिर ककून की तरह रहना चाहेंगे।
फिल्म में आपको एक व्यक्ति डिस्टोपयन सिचुएशन से गुज़रने के तरीके बताता है।बूढा व्यक्ति एक गैंग से मिलता है जो उस डिटोपियन वाली जगह पर लोगों को कंट्रोल करने के लिए होते है। अब उस गैंग का एक लीडर बूढ़े व्यक्ति को ऑफर देता है
कि अपनी जान को बचाने के लिए तुम्हे 4 कहानियाँ सुनानी होगी हो एक दूसरे से कनेक्टेड हो।और उस गैंग के हर मेंबर को पसंद भी आनी चाहिए ।
ये बूढा व्यक्ति जो 4 कहानियाँ सुनाता है वो किसी न किसी तरह ककून की फिलोसफी पर आधारित होती है और एक दूसरे से कनेक्टेड भी होती है।
अब ये कहानी उस गैंग के लोगों को पसंद आयेगी इस बूढ़े व्यक्ति की जान बचेगी या फिर इसे अभी और सिखाने के लिए या फिर और कहानियाँ सुनाने के लिए छोड़ा जायेगा जानने के लिए आपको एक बार इस फिल्म को ज़रूर देखना चाहिए।