3 सितंबर 2025 के दिन हंगामा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एक नई वेब सीरीज “रिश्तों का चक्रव्यूह” रिलीज हुई है जिसे 6 एपिसोड के साथ देखा जा सकता है और इसके हर एक एपिसोड की लंबाई 30 से 32 मिनट के बीच है। आमतौर पर हंगामा ओटीटी अपनी बोल्ड वेब सीरीज के कारण ही चर्चाओं में बना रहता है लेकिन इस बार इन्होंने कुछ अलग करने की कोशिश की है और मुझे लगता है वह अपनी इस कोशिश में कामयाब भी हुए हैं।
हालांकि रिश्तों का चक्रव्यूह में भी कुछ इरॉटिक सीन दिखाए गए हैं लेकिन यह उस तरह के नहीं हैं, जिससे इस सीरीज को एडल्ट कैटेगरी में डाला जाए। सीरीज के मुख्य किरदारों की बात करें तो इनमें गुल्की जोशी, नवीन बोले, साकिब अय्यूब, राहुल सुधीर, राहत शाह काजमी, देवांश भारद्वाज, ताहिर अशरफ और शोएब निकश शाह जैसे अन्य कई कलाकार शामिल हैं।
स्टोरी:
वेब सीरीज की कहानी मालती (गुल्की जोशी) के प्रेजेंट से शुरू होती है भारत के मुंबई शहर से जहां मालती नाम की लड़की एक बड़े बिजनेसमैन को सेड्यूस करके उसका सारा पैसा आग में जला देती है और यहां से सीन चेंज होता है और अगले दृश्य से कहानी पास्ट में आ जाती है।

जहां मालती और उसका पति रवि हंसी खुशी जिंदगी बिता रहे थे। रवि जो कि एक इंटरेस्ट और लोन देने वाली कंपनी में काम करता है लेकिन तभी अचानक यह कहानी एक नया मोड़ तब लेती है जब रवि अपनी पत्नी मालती को फोन करके कहता है कि वह सारा पैसा और जेवर लेकर पुलिस स्टेशन आ जाए। तभी मालती पुलिस स्टेशन जाती है उसे एक ऐसी बात पता चलती है जिसे सुनकर वह सदमे में आ जाती है।
दरअसल रवि जिस कंपनी में नौकरी करता है वह कंपनी लोन देने की आड़ में हवाला का अवैध बिजनेस भी करती है, जिससे वह करोड़ों रुपए कमाती है। इस कंपनी के सभी तरह के पैसे का हिसाब रवि रखता है। हालांकि इस बार जब कंपनी का सारा पैसा किसी सेफ जगह पर टेंपो में भरकर ले जाया जा रहा था तब वह टेंपो गायब हो गया और इस पैसे की चोरी का इल्जाम रवि पर आ गया है,
क्योंकि इस कंपनी के मालिक हंसमुख (साकिब अय्यूब) और वीरेन (राहुल सुधीर) को ऐसा लगता है कि रवि ने पैसे चुराए हैं। इसीलिए उन्होंने झूठा केस बनाकर रवि को जेल में फंसा दिया है। क्योंकि हंसमुख और वीरेन काफी पैसे वाले लोग हैं तो अब रवि का जेल से बाहर निकलना नामुमकिन है क्योंकि रवि के केस को कोई भी वकील लेना नहीं चाहता। इस उथल-पुथल में मालती की मुलाकात मोनिका से होती है जो कि एक एस्कॉर्ट एजेंसी चलाती है,

शुरू-शुरू में मालती एस्कॉर्ट का काम करने की कोशिश करती है लेकिन वह नाकामयाब रहती है। इसी उथल-पुथल में मालती की मुलाकात हीरेन से होती है लेकिन हीरेन को मालती के मोबाइल पर लगी फोटो देखकर यह पता चल जाता है कि वह रवि की पत्नी है और जैसे ही हीरेन मालती को मारने की कोशिश करता है, मालती उसे बेहोश करके किडनैप कर लेती है,
साथ ही साथ मोनिका को भी अपने प्लान में शामिल कर लेती है क्योंकि वह मोनिका से कहती है कि वह 10 करोड़ रुपए उसको देगी अगर मोनिका उसकी उस पैसे से भरे टेंपो को ढूंढने में मदद करेगी साथ ही एक खास पेन ड्राइव को भी ढूंढेंगी। इसी दौरान मालती और मोनिका के इस प्लान में रॉय नाम का एक पुलिस इंस्पेक्टर भी भागीदार बन जाता है। लेकिन इस प्लान को आगे बढ़ाने के लिए और उस पैसे से भरे हुए टेंपो और पेन ड्राइव को ढूंढने के लिए पहले मालती को हंसमुख और हीरेन (मेहता ब्रदर्स) के घर एंट्री लेनी होगी जिससे वह सारे सबूतों को इकट्ठा कर सके।
तभी मोनिका इस प्लान को आगे बढ़ाते हुए मालती की पूरी की पूरी आइडेंटिटी को चेंज करके यानी उसके आधार कार्ड से लेकर पासपोर्ट तक उसकी पहचान मिटाकर उसे मानिक नाम के एक फिल्म प्रोड्यूसर से मिलवाती है क्योंकि जल्द ही मेहता ब्रदर्स के घर एक बड़ी पार्टी होने वाली है जिसमें मानिक भी आमंत्रित है। आगे चलकर इनका प्लान सक्सेसफुल होता है और मानिक के साथ मालती को मेहता ब्रदर्स की उस आलीशान पार्टी में हिस्सा लेने का मौका मिलता है जहां उसकी मुलाकात देव से होती है।

देव जो कि मेहता ब्रदर्स का राइट हैंड है और उनके काम को संभालता है। और इसी तरह धीरे-धीरे मालती हंसमुख और वीरेन यानी मेहता ब्रदर्स के घर में एंट्री लेती है साथ ही आगे चलकर वह हंसमुख के साथ उसके घर में मेहमान बनकर रहने लगती है। अब क्या आगे की स्टोरी में मालती अपने पति रवि को बचाने में कामयाब रहेगी और वह हार्ड ड्राइव और पैसों से भरा हुआ टेंपो ढूंढ सकेगी या फिर नहीं, इन सभी राजों का खुलासा और आगे की कहानी जानने के लिए आपको देखनी होगी यह वेब सीरीज जो कि हंगामा ओटीटी पर उपलब्ध है।
सीरीज के कमजोर पॉइंट:
- कहानी में कुछ बड़ी कमियां साफ दिखाई देती हैं जैसे कि मालती द्वारा मेहता ब्रदर्स के घर में काफी जल्दी एंट्री पा लेना जो थोड़ा अजीब लगा, क्योंकि मुझे लगता है इस हिस्से को दिखाने के लिए मेकर्स द्वारा थोड़ा और टाइम लिया जाना चाहिए था।
- सीरीज की अगली कमी है इसमें डाले गए कुछ इरॉटिक सीन जिसकी वजह से यह ना तो पूरी तरह से पारिवारिक बन पाती है और ना ही पूरी तरह से इरॉटिक वेब सीरीज, और मुझे लगता है इस तरह के सीन को कहानी में दिखाने की कोई भी जरूरत नहीं थी जिससे यह वेब सीरीज ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच पाती।
पॉजिटिव पॉइंट्स:
- हंगामा ओटीटी द्वारा लिया गया यह स्टेप काफी सराहनीय है क्योंकि जिस तरह से रिश्तों का चक्रव्यूह नाम की इस वेब सीरीज का एग्जीक्यूशन किया गया है वह लाजवाब है। जिस तरह से 6 एपिसोड की यह काफी कम समय लेने वाली वेब सीरीज अपने क्लाइमेक्स में आते-आते आपको बेहतरीन एक्सपीरियंस देकर जाती है वह लाजवाब है।
- सीरीज की प्रोडक्शन वैल्यू काफी हाई है फिर चाहे शूटिंग लोकेशंस की बात की जाए या फिर सिनेमैटोग्राफी की। कहानी में दिखाई गई हर एक चीज परफेक्ट लगती है जैसे मानो यह पूरी घटना आंखों के सामने ही घट रही हो।
- इसमें दिखाए गए मुख्य किरदारों वाले एक्टर भी काफी शानदार हैं जैसे कि साकिब अय्यूब भले ही वह इसमें विलेन के किरदार में नजर आए हों, लेकिन वह इससे पहले ठग्स ऑफ हिंदुस्तान और सैम बहादुर जैसी बड़ी फिल्मों में काम कर चुके हैं। राहुल सुधीर जो कि इससे पहले फिल्म खाली पीली और इश्कियात और बहुत सारी वेब सीरीज में काम कर चुके हैं, वह भी इस सीरीज में जान फूंक देते हैं।
निष्कर्ष:
अगर आप एक्शन, सस्पेंस और थ्रिलर से भरी मूवी या फिल्म तलाश रहे हैं तब आपके लिए रिश्तों का चक्रव्यूह वेब सीरीज एक परफेक्ट ऑप्शन साबित होगी क्योंकि भले ही यह एक छह एपिसोड की वेब सीरीज है लेकिन फिर भी इस सीरीज की टोटल लंबाई किसी फिल्म की तरह ही है। जिससे काफी कम समय में आप वेब सीरीज वाला अनुभव ले सकते हैं। हालांकि इसमें कुछ ऐसे एडल्ट सीन देखने को मिलते हैं जिनके कारण आप इसे परिवार के साथ नहीं देखें तो ज्यादा बेहतर होगा। मैं इस वेब सीरीज को रेटिंग देना चाहूंगा 3.5/5।
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