आज १ अगस्त २०२५ के दिन डायरेक्टर अजय कुमार अरोड़ा और अजय देवगन की फिल्म “सन ऑफ सरदार २” सिनेमा घरों में दस्तक दे चुकी है,इसी फ्रेंचाइजी की पिछली फिल्म साल २०१२ में रिलीज हुई थी,जिसके मुख्य किरदारों में संजय दत्त के साथ साथ अजय देवगन भी देखने को मिले थे,लेकिन इस बार इसके सिक्वल यानी सन ऑफ सरदार २ में संजय दत्त नजर नहीं आ रहे हैं, जिसका कारण उनका बिजी शेड्यूल बताया जा रहा है। चलिए बात करते हैं फिल्म के बारे में और करते हैं इसका डिटेल रिव्यू।
कहानी:
सन ऑफ सरदार २ मूवी की कहानी शुरू होती है जस्सी की शादी से जहां डिंपल (नीरू बाजवा) और जस्सी (अजय देवगन) की धूम धाम से शादी हुई है, लेकिन कुछ ही दिनों बाद डिंपल इस रिश्ते से कन्नी काट के यूके शिफ्ट हो गई, हालांकि इस बीच जस्सी ने कई बार कोशिश की यूके जाने की, पर हर बार वह नाकाम रहा क्योंकि हर बार उसका वीजा न लग सका।
लेकिन अब फाइनली काफी लंबे समय के बाद जस्सी को वीजा मिल गया है और वह तुरंत आनन फानन में यूके की फ्लाइट ले कर निकल जाता है, ताकि वो डिम्पल को घर वापस ला सके और अपने रिश्ते को ठीक कर सके। हालांकि जब जस्सी यूके पहुंचता है तो उसे कुछ और ही मंजर दिखाई देता है साथ ही डिंपल जस्सी से तलाक भी चाहती है।
इसी बीच यूके में ही जस्सी की मुलाकात होती है राबिया (मृणाल ठाकुर) से जोकि एक पाकिस्तानी परिवार से ताल्लुक रखती है,इसी बीच जस्सी और राबिया के बीच की नजदीकियां बढ़ती हैं। इसी बीच कहानी में एक नया मोड़ यह आता है जब राबिया के एक दोस्त की बेटे जिसका नाम सबा है, वह एक पाकिस्तानी लड़की है
जो पंजाबी लड़के से प्यार करती है लेकिन उस पंजाबी लड़के के बाप राजा संधू (रवि किशन) जोकि एक करनल है और उनको सिर्फ एक भारतीय बहु चाहिए। इसी गुत्थी को सुलझाने के लिए जस्सी, सबा के नकली बाप बनते हैं जिससे ऐसा लगे कि सबा भारतीय है और सबा की शादी हो जाए।
अच्छाइयां और खामियां:
डायरेक्टर विजय कुमार अरोड़ा जो इससे पहले हरजीता और रोंडे सारे व्याह पिछो, जैसी पंजाबी फिल्में बना चुके हैं और सन ऑफ सरदार २ में भी उन्होंने अपना वही जलवा बिखेरने की कोशिश की है,जिसमे वे कामयाब होते हुए भी दिखाई देते हैं लेकिन कुछ ऐसे दृश्य भी हैं जिनमें कॉमेडी काफी क्रिंज लगती है।
अजय देवगन की एक्टिंग की बात करें तो यह हर बार की तरह इस बार भी बढ़िया है। वहीं नीरू बाजवा का सरदारनी वाला लुक भी दर्शकों के दिलों पर कहर ढाएगा,मृणाल ठाकुर की खूबसूरती इस बार भी वैसे ही रंग बिखेरती है जैसा पिछली फिल्मों में लोग उनके दीवाने हुए थे। रवि किशन सख्त बाप के रोल में एक दम फिट बैठे हैं जो दर्शकों को बिल्कुल भी निराश नहीं करेंगे।
निष्कर्ष:
सन ऑफ सरदार २ हंसी का डोज़ तो देती है लेकिन बिना लॉजिक के साथ,अगर आप एक नॉर्मल दर्शक हैं जो बिना लॉजिक वाली कॉमेडी में ठहाके लगा सकते हैं तब ये फिल्म सिर्फ आपके लिए है।
फिल्मीड्रीप रेटिंग: 3/5
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