Read this before watching Kalki 2898 ad:कल्कि 2898 ad 27 जून 2024 को रिलीज़ के लिए तैयार है रिलीज़ से पहले आइये जानते है इस फिल्म के बारे में कुछ ऐसा जिससे आप अभी तक अनजान है।सबसे पहले ये जानते है के कल्कि नाम आखिर है क्या ,और 2898 ad का मतलब क्या है
कल्कि कौन है ?
कल्कि भगवन विष्णु का वो दसवा अवतार होगे ,जो धरती पर तब जन्म लेंगे जब पाप अपनी चरम सीमा पर होगा और कलयुग को खत्म करेंगे।कल्कि कलयुग का खात्मा करके सतयुग की स्थापना करेंगे।
धरती पर चार युग है सतयुग,द्वापर युग,त्रेता युग,कलयुग ये सभी युग एक निश्चित समय के बाद रिपीट होते रहते है। इसको हम आसान भाषा में कलेण्डर में मंथ की तरह भी समझ सकते है।
सतयुग द्वापर युग और त्रेता युग खत्म हो चुके है अभी के टाइम पर कलयुग चल रहा है कलयुग में झूठ ,मक्कारी,फरेब ,वर्चस्व की लड़ाई ,बिन मौसम बरसात, आंधी, तूफान,दंगे, लड़ाई,घरो में आपसी कलह, सभी लोग मानिसक रूप से परेशान, दुनिया में अच्छाई ख़तम लोग अधर्मी हो जाएगे इंसानियत खत्म हो चुकी होगी जो की अभी के टाइम पर चल रहा है।
ये सब एक कली राक्षस करवा रहा होता है तब कली को मार कर कलयुग का अंत करने फिर से सतयुग की शुरुवात करने के लिए जन्म होता है कल्कि का।पुराणों में इस बात का उल्लेख है के कल्कि के पिता विष्णु होंगे और इनकी माता सुमति होंगी।
2898 AD आखिर क्या है ?
पुराणों के अनुसार हर एक युग की एक समय सीमा होती है वो समय सीमा है चार लाख बत्तीस हज़ार साल की। तब अगर देखा जाए तो कलयुग भी चार लाख बत्तीस हज़ार का ही होगा।
पर महाभारत के अनुसार सभी युग चौबीस हज़ार साल के होते है और हर एक युग की समय सीमा छ हज़ार साल की होती है। जब श्री कृष्ण भगवान की मृत्यु हुई थी उस मृत्यु का टाइम था 18 फ़रवरी 3102 bc इस बीसी का मतलब होता है जीसस क्राइस्ट से पहले।असल साल के नम्बरो को यूरोपियन कल्चर से लिया गया है।
जीसस क्राइस्ट के जन्म को रिफ्रेंस काउंट पकड़ कर साल की काउंटिंग की जाती है। तब जीसस क्राइस्ट के जन्म से पहले सभी सालो के आगे bc लगाया जाता है। जीसस क्राइस्ट के जन्म के बाद के सालो में ad लगाया जाता है। इस लॉजिक के अनुसार जब श्री कृष्ण ने धरती को छोड़ा था वो साल हुआ था 3102 bc यहाँ पर द्वापर युग का खात्मा हुआ था और कलयुग शुरुवात हुई थी।
अगर इसमें 6000 सालो को मिलाया जाए जो की महाभारत के हिसाब से कलयुग की आयु है वो 2898 ad का साल बनता है। तो दोस्तों यही है 2898 ad के पीछे का लॉजिक
कल्कि एक डिस्टोपियन फिल्म है
आपको हम बताते है डिस्टोपियन क्या होता है डिस्टोपियन वो जगह होती है जहा पर सभी लोग बहुत परेशान होते है हर कोई एक सामान नहीं होता है लोग किसी न किसी चीज़ को लेकर मानसिक रूप से दुखी होते है जहा न्याय की कमी होती है एक तरह से दुनिया बर्बादी के कगार पर होती है सही खाना पानी नहीं मिलता है इंसानो ने पेड़ पौधे काट कर ग्लोबल वार्मिंग दी है। हर कही बंजर जमीन रेतीले पहाड़ के सिवा कुछ भी नहीं बचा है।
अश्वत्थामा (Ashwatthama) कौन है ?
महाभारत के अनुसार अगर बात की जाये तो अश्वत्थामा द्रोणाचार्य के बेटे थे और द्रोणाचार्य ने भगवन शिव की सालो तक तपस्या की थी इस तपस्या का कारण था के उनको भगवान शिव की तरह एक बेटा चाहिये था।
भगवान शिव के आशीर्वाद से ही अश्वत्थामा का जन्म हुआ था एक मणि के साथ ये मणि इनको बहुत सी चीज़ो से बचाती थी जैसे की बीमारियां,भूक प्यास,बुढ़ापा,थकान, हथियार आदि ।
पर इनको महाभारत में श्रीक्रष्ण के द्वारा एक श्राप दिया गया था वो श्राप था के वो कलयुग में ज़िंदा रहेंगे महाभारत की लड़ाई जब हुई थी तब अश्वत्थामा कौरवो की तरफ से पांडवो के खिलाफ लड़े थे और इस लड़ाई में एक टाइम ऐसा भी आया था जब अश्वत्थामा और अर्जुन न एक दूसरे के खिलाफ बह्रमास्त्र चलाने की सोची थी पर अगर दो बह्रमास्त्र आपस में लड़ जाते तो पृथ्वी का सर्वनाश हो जाता।
इस बात को जब ऋषि व्यास ने इन दोनों को समझाया के अगर दोनों बह्रमास्त्र आपस में टकरा जायेगे तो पूरी सृष्टि का विनाश हो जायेगा तब अर्जुन ने अपना बह्रमास्त्र वापस ले लिया था पर अश्वत्थामा को बह्रमास्त्र वापस लेने की कला के बारे में नहीं पता था।
तब अश्वत्थामा ने बह्रमास्त्र को अभिमन्यु की पत्नी की तरफ मोड़ दिया और इनकी पत्नी के कोख में पल रहे बच्चे का अंत हो जाता है तब श्री कृष्ण ने गुस्से में अश्वत्थामा की मणि को छीन लिया और इनको श्राप दे दिया के तुम कलयुग के अंत तक भटकते रहोगे।
अश्वत्थामा के पास मणि के न होने पर बहुत सी परेशानियों का सामना भी करना होगा फिल्म में दिखाया गया है के अश्वत्थामा नार्मल लोगो से बड़े और ताकतवर दिखाई दे रहे है ऐसा माना जाता है के कलयुग से पहले लोग बड़े और ज़ादा ताकतवर हुआ करते थे।
कौन है चिरंजीवी ?
चिरंजीवी कल्कि को मदद करते है कली का अंत करने के लिए पुराणों में ये कहा गया है के टोटल सात चिरंजीवी है वो जब तक ज़िंदा रहेंगे जब तक कलयुग खतम नहीं होगा । कल्कि की मदद करके ही इनको मोक्ष की प्राप्ति होगी। जिनमे से एक चिरंजीवी है। अश्वत्थामा इनके साथ ही बाकी बचे हुए 6 चिरंजीवी भी कलयुग में कल्कि की मदद करते हुए नज़र आने वाले है। वो छे लोगो में शामिल होंगे हनुमान जी ,बलि ,विभीषण,महाऋषि व्यास,कृपाचार्य ,परशुराम
कली कौन है ?
पुराणों की अगर मानी जाए तो कली एक तरह का ऐसा राक्षस है जो की फिज़िकल फॉर्म में न हो।कली उन सभी लोगो में पाया जाता है जो अधर्म पाप और जूठ के रस्ते में चल रहे होते है।