Pill Web Series Review in hindi:पिल वेब सिरीज को जिओ सिनेमा पर रिलीज़ कर दिया गया है अगर आपको भी ये सिरीज देखनी है तब आप जिओ सिनेमा के प्लेटफार्म पर जाकर देख सकते है। इतिहास इस बात का गवाह है के जब-जब रितेश देशमुख सीरियस रोल में आये तब-तब उन्होंने तबाही ही ला दी है। जैसे की इनकी फिल्म एक विलन ,वेद देख कर लगता है के रितेश देशमुख कभी सीरियस करेक्टर में फेल नहीं हुए है।
इसी सीरियसनेस को कॉन्टिनिव करते हुए रितेश देशमुख एक बार फिर सीरियस करेक्टर में नज़र आरहे है पिल वेब सिरीज में पिल का मतलब होता है दवाई टेबलेट और इस सिरीज को बेस किया गया है एक मेडिसिन बनाने वाली कम्पनी फोरेवर क्योर फार्मा और इस कम्पनी के गलत तरीके से बनाई गयी दवाइया और एक आम इंसान पर।
कैसी है ये सिरीज आइये जानते है इस में हमें आठ एपिसोड देखने को मिलते है सभी एपिसोड की लेंथ 30 से 35 मिनट की है बस लास्ट एपिसोड थोड़ा लम्बा होने वाला है इस सिरीज को खत्म करने के लिए आपको लगभग साढ़े चार घंटो के टाइम की जरूरत पढ़ने वाली है। पहले पांच एपिसोड कब खत्म हो जाते है आप को बिलकुल भी पता नहीं लगता।
सिरीज का पहला एपिसोड बिल्डअप करने में निकलता है इसके बाद के एपिसोड स्टोरी और कैरक्टर बिल्डअप के साथ इमोशनली कनेक्ट हो जाते है और आप इस सिरीज को बीच में नहीं छोड़ पाएंगे सिरीज के मेकर ने बहुत बड़ा टॉपिक छेड़ दिया है जिसे देख कर हम आम इंसानो को भी डर लगने लगेगा कोई भी टेबलेट खाने से पहले के ये टेबलेट सही है भी या नहीं कही जो टेबलेट हम अपनी हिफाज़त के लिए खा रहे है वो हमारी जान ही न ले ले।
फिल्म में एक फार्मा कम्पनी के कुछ गलत धंधो के बारे में दिखाया गया है इसका मतलब ये नहीं के सभी फार्मा कम्पनी ऐसा करती है पर वही बात है के एक गन्दी मछली पूरे तालाब को गन्दा कर देती है। ये एक फिक्शन कहानी है जो की हमें बताती है के दवाई लेने से पहले हमें किन बातो का धयान रखना है।ये तो हम सब जानते है के दवाई का बिजनेस बहुत बड़ा है हिंदुस्तान के हर घर में किसी न किसी तरह की दवा मिल ही जाती है।
हम सभी लोग नॉर्मल बुखांर सर्दी जुखाम की टेबलेट को घर में रखते ही है। ये सिरीज हमें यही दिखाती है के किस तरह से फार्मा कम्पनी सबसे आगे रहने के लिए बिना क्लिनिकल ट्रायल लिए ही गलत तरीके से मार्किट में अपनी दवाइयों को सेल कर रही है और लोगो की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है। इन्ही सब चीज़ो से लड़ने के लिए खड़े होते है डॉक्टर प्रकाश (रितेश देशमुख ) जो ड्रग इंस्पेक्टर के रोल में दिखाई दे रहे है उनकी परफॉर्मेंस देख कर आप यही कहेगे के रितेश को कॉमेडी रोल छोड़ कर सीरियस रोल ही करना चाहिए।
सिरीज के एपिसोड छोटे है और एंगेजिंग भी है। जिससे आपको टाइम का ज़ादा पता नहीं लगने वाला। ये एक फिक्शनल स्टोरी है सिरीज को जिस तरह से हमारे सामने पर्जेट किया गया है आप भी ये समझेंगे के मेरे घर में माँ बाप की शुगर और बीपी की दवाइया आखिर बंद क्यों नहीं हो रही है।डाक्टर बोलते है योग करिये सुबह उठ कर टहलिए पर तो फिर दवाइया क्या करती है अगर वाक और योग से ही बीमारी ठीक हो जाती है।
अगर आप ने अपनी ज़िंदगी में एक बार भी दवा खायी है तब आप इस सिरीज से जरूर रिलेट कर पाएंगे दवाइयों की कम्पनी अपनी दवा बेचने के लिए डॉक्टरों को तरह-तरह के तोहफे इंटरनेशनल फैमिली ट्रिप ऐसी फ्रिज यहाँ तक के लिफाफों में रख कर पैसा तक देते है। पिल आपको भरपूर इंटरटेनमेंट देगा जितना की आपने सोचा नहीं होगा मिर्ज़ापुर का सीजन थ्री जो हमे न दे सका वो पिल ने हमें जरूर दे दिया।
ये फिल्म हमें इंगेज करती है इंटरटेन करती है किसी भी तरह की गाली नही सुनाई देती है कोई एडल्ट वल्गेरटी नहीं है और न ही खून खराबा दिखाया गया है ये पूरी तरह से एक फैमिली ड्रामा शो है जो की आप अपनी फैमिली के साथ बैठ कर देख सकते है।
कांतारा भी पानी मांगेगा विक्रम की इस फिल्म के आगे,Thangalaan Trailer Review by filmydrip