नदिया के पार, वाले सचिन की नई कॉमेडी फिल्म,Navra Maza Navsacha 2 review in hindi

Navra Maza Navsacha 2 review in hindi

Navra Maza Navsacha 2 review in hindi:मराठी सिनेमा के दर्शकों के लिए एक जबरदस्त फिल्म थिएटर में दस्तक दे चुकी है जिसका नाम ‘नवरा माजा नवसाचा 2’ है। फिल्म के मेन लीड रोल में हमें ‘सचिन पिलगोंकर’ और ‘स्वप्निल जोशी’ नजर आने वाले हैं। बात करें फिल्म के जॉनर की तो यह कॉमेडी ड्रामा है। फिल्म की लेंथ तकरीबन 2 घंटे 23 मिनट की है।


फिल्म का डायरेक्शन सचिन ने किया है जिन्होंने पुराने समय में बहुत सारी बेहतरीन फिल्मों में एक्टिंग की है, जिनमें से ‘नदिया के पार’ सचिन की सुपरहिट फिल्मों में से एक है। फिल्म की कहानी वयकी और भक्ति के होने वाले दामाद पर आधारित है।

कहानी- फिल्म की स्टोरी ट्रेन के सफर पर बेस्ड है जिसमे हमे ‘वैकी’ (सचिन पिलगोनकर) की बीवी ‘भक्ति’ (सुप्रिया पिलगोनकर) जोकि गणपति के दर्शन के लिए ट्रेन का सफर करते हैं जिसमे ‘लंबी’ (स्वप्निल जोशी) और ‘तपसनीस’ (अशोक सर्राफ) जैसे कैरेक्टर देखने को मिलते हैं।


फिल्म पूरी तरह से कॉमेडी से भरपूर है जिसमे आप जरा भी बोरियत महसूस नही करेंगे। सचिन ने इससे पहले ‘नवरा माजा नवसाचा’ का भी डायरेक्शन किया था जिसके आगे की कहानी इस फिल्म में दिखाई गई है।

हालांकि फिल्म के सेकंड हाफ में अशोक सराफ नजर आते हैं फिर भी वह अपने रोल से कहानी में एक अलग छाप छोड़ जाते हैं,फिल्म में कुछ सीन ओवर होते हुए भी दिखते है जैसे अशोक का एक अंजान मुसाफिर को इमोशनल होकर पैसे दे देना।

हालाकि इसका सेकंड पार्ट अपने फर्स्ट पार्ट को बीट कर पाने में ज्यादा कामयाब नहीं रहा लेकिन फिर भी एक्टर्स की बेहतरीन परफॉर्मेंस और नॉस्टैल्जिया फील करवाने में यह फिल्म कामयाब रही है।

टेक्निकल एस्पेक्ट- फिल्म की सिनेमैटोग्राफी काफी अच्छी है जिसमे किसी भी तरह की कमी देखने को नही मिलती।फिल्म का बी.जी.एम इसकी थीम को सूट करता है जिससे हर सीन को देखने में और भी मज़ा आता है।

खामियां- फिल्म की सबसे बड़ी खामी इसके गाने हैं जो की देखने पर काफी बोरिंग महसूस होते हैं। जैसा कि आप जानते हैं यह फिल्म मराठी इंडस्ट्री की है जिस कारण से इसकी प्रोडक्शन क्वालिटी में काफी समझौता किया है जो कि स्क्रीन पर भी दिखाई देता है।

फाइनल वर्डिक्ट- अगर आपने नवरा माजा नवसाचा फिल्म देखी है जोकि इस फिल्म का पहला पार्ट है, तब यह फिल्म भी आपको जरूर देखनी चाहिए,क्युकी फिल्म में वही पुराने अंदाज में सचिन और स्वप्निल जोशी नज़र आए हैं।

जिनकी एक्टिंग देख कर आप खुद को हसे बिना रोक नही सकेंगे। फिल्म पूरी तरह से एक पारिवारिक ड्रामा है जोकि पूरी तरह से साफ सुथरी है जिसके कारण आप इसे अपनी फैमिली के साथ भी देख सकते हैं।

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  • movie reviewer

    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है मैने अपनी ब्लॉगिंग की शुरवात न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी अभी के टाइम पर मै कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ उनमे से एक फिल्मीड्रीप है मै हिंदी इंग्लिश तमिल तेलगु मलयालम फिल्मो का रिव्यु लिखता हूँ । आशा करता हूँ के मेरे द्वारा दिए गए रिव्यु से आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे धन्यवाद।

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