Narayaneente Moonnaanmakkal Review Hindi:नारायणेन्ते मुन्ननमक्कल भाषा की फिल्म है जो 7 फ़रवरी 2025 को रिलीज़ की गयी थी फिल्म के डायरेक्टर है शरण वेणुगोपाल कास्ट में हमें दखने को मिलते है जोजू जॉर्ज,सूरज वेंजारामूडु,एलेन्सिएर ले लोपेज़ निर्देशक है जॉबी जॉर्ज थाडाथिल और इस फिल्म को डिस्ट्रीब्यूट किया है गुडविल एंटरटेनमेंट्स ने।
जहा एक तरफ मास,मसाला,क्राइम,थ्रीलर ,रोमांस,देशभक्ति,हॉरर,कॉमेडी जैसी फिल्मो का दौर है वही मलयालम सिनेमा की ओर से बहुत कम बजट में तैयार की गयी फिल्म नारायणेन्ते मुन्ननमक्कल चुपके से आ जाती है और जिस-जिस ने इस फिल्म को देखा फिर चाहे वो सबटाइटल में ही क्यों न देखा हो वो इसका फैन हो गया है। फिल्म के निर्माता अगर इसे हिंदी डबिंग के साथ ओटीटी पर रिलीज़ करें तब यह हमारे हिंदी दर्शको के लिए किसी उपहार से कम नहीं होगा।
कहानी
आज के दौर में मेट्रो सिटी या बड़े शहरो में काम करने वालो से अगर आप पूछते है कि क्या हाल है वो बदले में कह तो देते है के ठीक है पर अंदर से वो टूटे हुए है सब कुछ होते हुए भी अधूरे है,वजह फैमिली से दूरी।
कुछ लोग शादी के बाद माता पिता से फैमिली से अलग रहने लगते है कुछ नौकरी की वजह से तो कुछ के अन्य कई वजह होती है। आज के दौर में सबसे ज़ादा डिप्रेशन इस लिए ही हो रहा है लोग अपनी फैमिली के साथ नहीं रह रहे है।
यही सब आपको इस फिल्म में भी देखने को मिलेगा जहा एक माँ बाप के तीन बेटे है। माँ का आखिरी समय चल रहा है अब बस इनकी आखरी विश यही है के वो अपने घर में सब को एक साथ रहते देखना चाहती है।
अब यही से अंदाज़ा लगाया जा सकता है की फिल्म की कितनी प्यारी थीम्स है। इनके तीनो बेटे अलग-अलग जगह पर रह रहे है आपस में तालमेल नहीं खाते अब डायरेक्टर साहब ने बड़ी खूबसूरती से बचपन से लेकर बड़े होने तक की कहानी को इस तरह से दर्शाया है जिसे देख कर आँखों से आंसू रोकना थोड़ा मुशकिल हो जाता है।
यह ड्रामा फिल्म है जो शायद हर इंसान को पसंद न आये पर कंटेंट एक दम फ्रेश है। कहानी फ़ास्ट नहीं है,थोड़ी स्लो है पर आपके अंदर कहानी कही उदासी लेकर आती है।
हाल ही में जोजू जॉर्ज की एक फिल्म आयी थी पानी सिर्फ यही एक वजह थी नारायणेन्ते मुन्ननमक्क को देखने की पर यहाँ कुछ ऐसा देखने को मिला जिसे देख फील गुड़ की अनुभूति हुई।
नारायणेन्ते मुन्ननमक्क के पॉज़िटिव और निगेटिव पॉइंन्ट
सिनेमॅटोग्रफी अप्पू प्रभाकर की है जो बहुत शानदार है साथ ही स्क्रीन प्ले बहुत टाइट जो एक पल के लिए फिल्म से नज़र हटने नहीं देता। अगर अभी आप अपनी फैमिली के साथ रह रहे है तब आप खुद को भाग्यशाली महसूस करंगे और अगर आप अपनी फैमिली के साथ नहीं है अलग रहते है तब शायद यह सब देखना काफी इमोशनली होने वाला है।
मलयालम सिनेमा की तरफ से इस तरह की फिल्मे आती रहती है अगर आपने ‘मेइयाझागन’ देखि होगी और यह पसंद आयी होगी तब आपको नारायणेन्ते मुन्ननमक्क भी पसंद आने वाली है निगेटिव पॉइंट की बात की जाये तो वो बस इतना ही है के इसे हिंदी डबिंग के साथ रिलीज़ नहीं किया गया। नारायणेन्ते मुन्ननमक्क हमें कुछ सिखाती है जिससे हम एक अच्छे इंसान बन सकते है।
जहा आज के दौर में हर कोई सक्सेस के लिए भाग रहा है वहा आपको इस फिल्म को देख कर ऐसा महसूस होगा के चाहे जितन्नी भी दुनिया क्यों न घूम लो जो सुकून घर पर आकर अपनों के साथ आकर मिलता है वो सुकून कहि नहीं मिल सकता।
निष्कर्ष
सभी एक्टर की अच्छी एक्टिंग जिसे आप अपनी पूरी फैमली के साथ देखि जा सकती है फिल्मी ड्रिप की ओर से इसे दीये जाते है पांच में से तीन स्टार