Nandamuri Balakrishna Akhanda 2 Release Date:हाल ही में आयी नन्दमुरी बालकृष्ण की फिल्म डाकू महाराज ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के परचम लहरा दिया इसकी सफलता को देख कर मेकर ने इसे हिंदी डबिंग के साथ भी रिलीज़ किया पर ज्यादा स्क्रीन न मिल पाने के कारण यह उतना अच्छा कारोबार न कर सकी जितना की साऊथ भाषा में किया।
नन्दमुरी बालकृष्ण 64 वर्ष के होने के बाद भी इनकी एनर्जी में किसी भी प्रकार की कमी देखने को नहीं मिलती है यह अपनी हर फिल्म में उतनी ही ऊर्जा से काम करते नज़र आते है जितनी के पहले की फिल्मो में दिखते है।
नन्दमुरी बालकृष्ण की आने वाली फिल्म अखंड 2 को लोगो को इंतज़ार है।अखंड २ में हमें नंदमुरी बालकृष्ण
प्रज्ञा जयसवाल,एस.जे. सूर्या,जगपति बाबू,काव्या थापर जैसे कलाकार देखने को मिलेंगे। नन्दमुरी बालकृष्ण किसी भी फिल्म को अपनी प्रजेंट से ही हिट कराने की छमता रखते है।
जहा पहले नन्दमुरी बालकृष्ण अपनी फिल्मो के लिए 20 से 25 करोड़ रूपये चार्ज किया करते थे पर वही अब उम्र की इस दहलीज पर आकर नन्दमुरी बालकृष्ण एक फिल्म के लिए 30 करोड़ रूपये तक की फीस लेने लगे है। इनको इस बात का अंदाज़ा अच्छे से है के लोगो में इनके प्रति कितनी दीवानगी है।
एक बड़ी फीस लेकर नन्दमुरी बालकृष्ण ने अखंड २ पर काम करना शुरू कर दिया है। पहले नन्दमुरी बालकृष्ण की फिल्मे कम बजट के रूप में जानी जाती थी पर अब ऐसा नहीं है अब इनकी फिल्म अखंड २ 150 करोड़ के एक बड़े बजट के साथ रिलीज़ होने वाली है। डाकू महारज के लिए नन्दमुरी बालकृष्ण ने 30 करोड़ की मोटी फीस ली थी।
अखंड २ को पेन इंडिया रिलीज़ करने की योजना बनाई जा रही है। जिस तेज़ी के साथ अखंड २ की शूटिंग की जा रही है इसे देखते हुए ऐसा लग रहा है के इसे जून 2025 में कम्प्लीट कर दिया जायेगा। अखंड २ के निर्देशक बोयापति श्रीनु के अनुसार वह अपनी अखंड २ फिल्म 25 सितंबर 2025 को पेन इंडिया रिलीज़ करने के लिए तैयार है।
अगर पिछली अखंड की तरह बालकृष्ण की यह फिल्म भी सफलता का परचम लहराती है तो आगे हमें इसका तीसरा भाग भी देखने को मिलेगा।
कितना जायज़ है बालकृष्ण का फीस बढ़ाना
जब एक हीरो यह समझ लेता है के उसके फैन अब पहले से कही अधिक हो गए है और उसकी फिल्म सिर्फ इसके फैन फॉलोविंग की वजह से ही चलती है तब फीस बढ़ाना काफी हद तक ठीक है। पर मान लीजिये अगर कोई हीरो एक के बाद एक हिट देता है और वैसे ही वो अपनी फिल्मो की फीस में भी बढ़ोतरी करने लग जाता है
तब प्रोडूसरो के लिए यहां बजट में दिक्क्त आ सकती है फिल्म का बजट बढ़ सकता है और बड़े हुए बजट को रिकवर न कर पाने के कारण वह फिल्म फ्लॉप की कैटगरी में शामिल हो सकती है। जिससे हीरो को भी अच्छा काम मिलना बंद हो जाता है।
यहाँ पर एक पॉजिटव पॉइंट यह भी है के बालकृष्ण को पता है के उनका कंटेंट चाहे जैसा हो इनके फैन इनकी फिल्मे देखने ज़रूर आएंगे और यह इस बात को भी अच्छे से जानते है के फिल्म भले ही सफल न रहे पर आसानी से अपना बजट रिकवर कर सकती है।
उदाहरण के लिए सिंघम अगेन और भूल भुल्ल्या को एक साथ ही रिलीज़ किया गया था। सिंघम अगेन का बजट था 350 करोड़ रूपये वही भूल भुल्ल्या का बजट था 150 करोड़ रूपये सिंघम अगेन ने 367 करोड़ रूपये का वर्ड वाइड कलेक्शन किया वही भूल भुल्ल्या ने 273.84 करोड़ का पर यहाँ कम बजट होने के कारन भूल भुल्ल्या ब्लॉकबस्टर बनी और सिंघम अगेन फेल रही।
सिंघम अगेन का बॉक्स ऑफिस पर फेल होने के कारन सिर्फ बड़ा बजट ही नहीं था बल्कि इसका कंटेंट भी था जो उतना प्रभावशाली नहीं बन सका जो दर्शको के दिलो पर छाता।