हॉरर साइकोलॉजिकल थ्रिलर पसंद करने वालों के लिए प्राइम वीडियो की तरफ से हिंदी में एक और तोहफा आ गया है जिसका नाम है मोम। आइए जानते हैं कैसी है ये फिल्म और क्या है इसकी कहानी।
कहानी
कहानी एक माँ की है जिसका पहला बच्चा हुआ है और वह अपने छोटे से बच्चे को लेकर हॉस्पिटल से वापस घर पर आती है पर घर आते ही इसे अपने ही घर में कुछ अलग सा अहसास होने लगता है जो बेहद डरावना सा है। जो यह अपने घर में महसूस कर रही थी इस तरह का एक्सपीरियंस इसे अपने घर में पहले कभी महसूस नहीं हुआ था। अब ऐसा क्या हुआ इस घर में जो इतना बुरा हो रहा है। क्या कोई शैतान का साया है या है कोई मानसिक रोग। ये सब पता लगाने के लिए तो इस फिल्म को प्राइम वीडियो पर जाकर ही देखना होगा जो कि हिंदी डबिंग के साथ उपलब्ध है।
क्या खास है मोम में
जिन दर्शकों को स्लो मोशन में चलने वाली साइकोलॉजिकल हॉरर ड्रामा देखने का शौक है वो इस फिल्म में आसानी से इंगेज हो जाएंगे। मोम फिल्म की मुख्य फीमेल कैरेक्टर Postpartum Depression से जूझ रही है जो कि नॉर्मल डिप्रेशन से कहीं ज्यादा खतरनाक है। इसमें इंसान को रोना आना, मूड का बदलना, आत्महत्या के विचार भी आते हैं। अभी हाल ही में एक बेबी रूबी नाम की भी एक फिल्म रिलीज हुई थी जिसमें इसी मुद्दे को दिखाया गया था। Postpartum Depression के बारे में विस्तार से अगर आपको जानना है तो ये फिल्म एक बेस्ट ऑप्शन बन सकती है।
यहां कई डरावने से सीन के साथ ट्विस्ट और टर्न सीन देखने को मिलते हैं जो दर्शकों के दिलों में डर का अहसास कराने में पूरी तरह से कामयाब रहा है। किसी भी कैरेक्टर के साथ आपका जुड़ाव नहीं हो पाता जिसे इसका एक निगेटिव पहलू भी कहा जा सकता है। टाइम पास करने के लिए मोम फिल्म को एक बार देखा ही जा सकता है। मेरी तरफ से इस फिल्म को दिए जाते हैं 5 में से 2.5 स्टार की रेटिंग।
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