3 घंटे, प्यार, इमोशन, ईमानदारी और सच्ची दोस्ती, सबका मतलब आएगा समझ। एक तमिल फिल्म जिसका नाम है Meiyazhagan, जिसे हिंदी में सत्यम सुंदरम नाम से भी जाना जाता है, 27 सितंबर 2024 को थिएटर्स में रिलीज की गई है।
फिल्म की IMDb रेटिंग है 8.2*। फिल्म में आपको मुख्य कलाकार के रूप में कार्ति और अरविंद स्वामी नजर आएंगे। फिल्म के жанर की बात करें तो ये एक फैमिली ड्रामा फिल्म है जिसमें आपको प्यार, इमोशंस, दोस्ती हर चीज का असली मतलब समझ आएगा। ये फिल्म 2024 की बेस्ट फिल्मों में से एक है, और इसे नंबर 1 बनाती हैं ये बातें –
सबसे पहले फिल्म के डायरेक्टर सी. प्रेम कुमार, जिन्होंने इससे पहले हमें 96 जैसी फिल्म दी है जो किसी के लिए भी ऑल टाइम फेवरेट फिल्म साबित होगी। इसके अलावा फिल्म के कलाकार, जिसमें दो बेस्ट कलाकार एक साथ हों, उस फिल्म को हमें जरूर देखना चाहिए दोनों के बीच की अच्छी केमिस्ट्री देखने के लिए।
इसके अलावा फिल्म का ट्रेलर भी एक वजह है कि आप ये फिल्म देखने पर मजबूर हो जाएंगे। जिस तरह फिल्म के ट्रेलर को सामने रखा गया है, आप फिल्म की पूरी कहानी देखना चाहेंगे।
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी की शुरुआत अरूल (अरविंद स्वामी) से होती है जिसे लाइफ में कई तरह की फाइनेंशियल प्रॉब्लम से गुजरना पड़ रहा है, यहां तक कि अरूल को अपना घर भी छोड़ना पड़ता है और वो अपनी फैमिली के साथ मद्रास जाकर रहने लगता है।
फिल्म का सीन जिसमें अरूल अपना पुराना घर बेचता है, बहुत ही इमोशनल सीन है क्योंकि उसके पुराने घर से उसकी कई यादें जुड़ी हैं। फिल्म का असली ट्विस्ट तब शुरू होता है जब लगभग 20-22 साल बाद अरूल अपने गांव वापस आता है।
अपनी कजिन की शादी अटेंड करने के लिए, जहां उसकी मुलाकात उसके एक रिलेटिव मेय्याझागन (कार्ति) से होती है। भले ही अरूल उसको पहचान नहीं पा रहा है, लेकिन कार्ति वो कलाकार है जो अरूल को अच्छी तरह से जानता है और उसकी हर सिचुएशन को भी।
अब दोनों के बीच एक अच्छी बॉन्डिंग बन जाती है जिसे देखना बहुत ही इंट्रेस्टिंग साबित होगा। कार्ति, अरविंद स्वामी के इतने करीबी क्यों हैं और उनकी हर मुमकिन मदद क्यों करना चाहता है, ये सब जानने के लिए आपको इस फिल्म को देखना होगा।
फिल्म का स्क्रीनप्ले और डायरेक्शन है बेस्ट
इस फिल्म की कहानी और कैरेक्टर्स से आप पहले ही सीन में जिस तरह कनेक्ट हो जाते हैं, फिल्म के बेस्ट डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले को दर्शाता है। अरूल जिस घर में सालों से रहा है, उसकी कई यादें घर से जुड़ी हैं और अब उसी घर को छोड़कर जाने वाले सीन से आपकी आंखों में आंसू आने से कोई नहीं रोक पाएगा। फिल्म की कहानी को जितने अच्छे से लिखा गया है, उतने ही अच्छे से इसका नैरेशन भी किया गया है।
फिल्म के हर छोटे-छोटे सीन्स को ऐसे फिल्माया गया है कि आप कहानी को जीने लगेंगे। कहानी से ऐसे जुड़ जाएंगे कि जैसे ये सब आपके साथ ही हो रहा हो। फिल्म में अरूल की उसकी कजिन के साथ जो बॉन्डिंग है, वो लाजवाब है।
कार्ति पुराने कर्ज उतारने के लिए करता है अरूल की मदद
फिल्म आपको बहुत ज्यादा इमोशनली टच करेगी जब ये पता चलेगा कि गांव छोड़ने से सालों पहले अरूल और उसके पिता ने कार्ति की, उसके बुरे वक्त में मदद की थी, जिसे कार्ति नहीं भूला है और अब अरूल के बुरे वक्त में बिना अरूल को जाहिर किए जिस प्रकार उनकी मदद करता है, आपको पूरी तरह से कहानी इंगेज कर लेगी और आप फिल्म का अंत देखकर ही उठेंगे।
फिल्म का संदेश
फिल्म के डायलॉग को बेहतरीन तरीके से लिखा गया है जो कैरेक्टर्स पर काफी प्रभावशाली होते हैं। फिल्म की कहानी जिसमें एक ही जीवन के इतने उतार-चढ़ाव दिखाए गए हैं जो हमें सीख देते हैं कि जो कुछ भी हमारे साथ बीत चुका है, उसे लेकर नहीं बैठना चाहिए, बल्कि लाइफ में जैसी सिचुएशन हो, उसके हिसाब से अपने आपको ढाल लेना चाहिए।
फिल्म की कमियां
फिल्म के सेकंड हाफ में आपको थोड़ी सी चीजें लेंथी फील होंगी, जैसे जल्लीकट्टू के कॉम्पिटिशन को दिखाना, लेकिन उसके साथ ही दोनों हीरो के बीच की बॉन्डिंग और कन्वर्सेशन आपको बांधकर रखने का काम करेगी। आप फिल्म की स्टोरी से तब भी जुड़े रहेंगे।
फिल्म का BGM और म्यूजिक बेस्ट है जो हर सीन को और भी ज्यादा इफेक्टिव बनाता है, स्पेशली एक सॉन्ग “यारों इवेन यारों” आपको बैकग्राउंड में बजता सुनाई देगा जो उस सीन को रियलिटी और इमोशन्स से जोड़ देता है। इस सॉन्ग को गाया है कमल हासन ने।
निष्कर्ष
एक अच्छी फिल्म जिसमें आपको इंसानियत और भाईचारा देखने को मिलेगा। फिल्म को आप तमिल, तेलुगु लैंग्वेज में ही अभी एंजॉय कर पाएंगे। जैसे ही इसकी हिंदी OTT रिलीज की कोई इन्फॉर्मेशन आती है, हम आपके साथ शेयर करेंगे। इस फिल्म को फिल्मी ड्रिप की तरफ से 8* की रेटिंग दी जाती है।
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