1 घंटा 35 मिनट के रनिंग टाइम के साथ बनी साइकोलॉजिकल थ्रिलर ड्रामा फिल्म, जिसके डायरेक्टर डेविड यरोवेस्की हैं। इनिशियली यह फिल्म 21 मार्च 2025 को अपनी ओरिजिनल लैंग्वेज के साथ थिएटर में रिलीज की गई थी। जिन लोगों को साइकोलॉजिकल थ्रिलर, सस्पेंस और मिस्ट्री से भरपूर कहानी देखने में इंटरेस्ट है, उनके लिए यह फिल्म अब हिंदी डब के साथ रिलीज कर दी गई है। फिल्म की कहानी लिखी है माइकल अर्लेन रॉस, मारियानो कोहन और गैस्टन डुप्राट ने।
फिल्म में मुख्य कलाकार के तौर पर क्रो, नॉशफेरातू, डेड मैन्स वायर जैसी फिल्मों में काम कर चुके बिल स्कार्सगार्ड देखने को मिलेंगे। यह एक बहुत ही टैलेंटेड पर्सनालिटी हैं, जिन्होंने न सिर्फ अभिनेता के रूप में, बल्कि एक निर्माता और निर्देशक के रूप में भी कई बेहतरीन काम किए हैं। इनके अलावा एंथोनी हॉपकिंस, एश्ले कार्टराइट और माइकल एकलुंड जैसे कलाकारों के साथ-साथ और भी कई बेहतरीन कलाकार सहायक भूमिका निभाते हुए देखने को मिलेंगे।
आइए जानते हैं कैसी है फिल्म की कहानी और क्यों आपको यह फिल्म किसी भी हाल में मिस नहीं करनी चाहिए।
लॉक्ड मूवी स्टोरी:
फिल्म की कहानी की शुरुआत एडी बेरिश (बिल स्कार्सगार्ड) के साथ होती है, जो इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। यह अपने जीवन में सबसे बुरे दौर से गुजर रहा होता है। दरअसल, वह एक चोर है, जिसका काम चोरी करना है और उसने अपने जीवन में कई चोरियां भी की हैं, लेकिन अब उसे एहसास होता है कि उसे कोई बहुत बड़ी चोरी करनी चाहिए, ताकि उसकी लाइफ हमेशा के लिए सेट हो जाए। इसके लिए वह एक बहुत बड़ी लग्जरी कार में घुस जाता है।
पहले वह कई तरह की गाड़ियों के दरवाजे चेक करता है, जिसमें से एक एसयूवी कार का दरवाजा उसे अनलॉक मिल जाता है और वह चोरी करने के लिए कार में घुस जाता है। कहानी नया मोड़ तब ले लेती है, जब वह उसी कार में लॉक हो जाता है, जो बिल्कुल बुलेटप्रूफ है और उसमें कोई भी वाई-फाई या फिर इंटरनेट कनेक्शन नहीं है।
तभी उसे कॉल आता है, जिसके द्वारा उसे अलग-अलग तरह के इंस्ट्रक्शंस दिए जाते हैं कि उसे क्या करना है। आगे क्या-क्या होगा और गाड़ी में कैद हुआ एडी किस तरह से बाहर निकलेगा और इसके लिए उसे कौन-कौन सी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, और किसने और क्यों एडी को कार में कैद किया है, यह सब जानने के लिए आपको इस फिल्म को देखना होगा।

कैसी है प्रोडक्शन क्वालिटी?
अगर इस फिल्म को स्टोरी-वाइज जज किया जाए, तो आपने इस तरह की स्टोरी वाली साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म पहले भी कई बार देखी होगी, तो फिल्म की कहानी आपको बहुत कुछ नया प्रोवाइड नहीं करेगी, लेकिन उसके साथ ही जिस तरह से स्टोरी को नैरेट किया गया है, शुरुआत से ही फिल्म की कहानी बहुत ही इंटरेस्टिंग बनकर तैयार होती है।
फिल्म की प्रोडक्शन क्वालिटी भी काफी बढ़िया है, जिसमें आपको मेकर्स के साथ-साथ एक्टर्स का भी अच्छा काम देखने को मिलेगा। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, उसके साथ इंटेंसिटी भी बढ़ती जाती है। कहानी और कैरेक्टर्स को इतने अच्छे से रिप्रेजेंट किया गया है कि एडी के साथ जो कुछ भी होता है, उसके लिए आप सैड फील करेंगे। फिल्म का म्यूजिक हर एक सीन को हाइलाइट करने का काम करता है।
फिल्म के अच्छे और बुरे पहलू:
फिल्म की कहानी तो बहुत ज्यादा दमदार है, जो आपको शुरुआत से ही पूरी तरह से जोड़कर चलेगी, लेकिन इसमें दिखाए गए विलेन को रिप्रेजेंट करने में मेकर्स ने थोड़ी सी कमी की है। विलेन की डिटेलिंग कम होने की वजह से, जिस तरह की एंडिंग इस फिल्म की दिखाई गई है, आप उससे पूरी तरह से सेटिस्फाइड नहीं हो पाएंगे।
निष्कर्ष
एक अच्छी कहानी, जिसमें पिता और बेटी के रिश्ते को बहुत ही खूबसूरती के साथ दिखाया गया है। किस तरह एक पिता अपनी बेटी की खुशी के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, फिल्म में मुख्य रूप से इसी को दिखाने की कोशिश की गई है। अगर आपको क्राइम थ्रिलर, साइकोलॉजिकल सस्पेंस फिल्म देखना पसंद है, तो यह फिल्म आपके लिए ही बनी है, जिसे फिल्मी ड्रिप की तरफ से 5 में से तीन स्टार की रेटिंग दी जाती है।
IMDB:5.8
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