Kishkindhapuri Review: हॉरर जोनर में एक दम यूनिक कांसेप्ट, रेडियो और छोटा बच्चा उड़ा देंगे आपके होश

Kishkindhapuri

सिने स्क्रीन्स प्रोडक्शन हाउस के द्वारा बनाई गई एक तेलुगू फिल्म 12 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज की गई थी। लेकिन यह फिल्म एक और साउथ फिल्म मिराई के साथ क्लैश हुई है जिसकी वजह से ये एक अंडररेटेड फिल्म बनकर रह गई है। फिल्म का कॉन्टेंट इतना ज्यादा बेहतरीन है कि अगर आप हॉरर जॉनर में इंटरेस्ट रखते हैं तो किष्किंधापुरी नाम की यह फिल्म आपको पूरा मजा देगी।

फिल्म के डायरेक्टर हैं कौशिक पेगल्लापति और उनके साथ कहानी लिखी है बाला गणेश के. और दाराहास पला कोल्लू ने। फिल्म में मुख्य कलाकारों के तौर पर साउथ की बेस्ट एक्ट्रेस में से एक अनुपमा परमेश्वरन देखने को मिलेंगी, उनके साथ और भी कई बेहतरीन कलाकार जैसे साईं श्रीनिवास, तनिकेल्ला भरानी, मकरंद देशपांडे, श्रीकांत अय्यंगर, हीना भाटिया और हाइपर आदि जैसे कलाकार देखने को मिलेंगे। IMDb पर 8.8 स्टार की रेटिंग हासिल कर चुकी है यह फिल्म। आइए जानते हैं यह आपका कीमती समय डिजर्व करती है या नहीं।

किष्किंधापुरी स्टोरी:

फिल्म की कहानी की शुरुआत एक ऐसे पैरानॉर्मल ग्रुप के साथ होती है जो लोगों को भूतों के साथ मिलाने का सपना सच करने के लिए काम कर रहे होते हैं। दरअसल यह लोग कुछ ऐसे टूल्स तैयार करते हैं जो रात के अंधेरे में नॉर्मल लोगों को एक ऐसी जगह पर लेकर जाते हैं जहां उन्हें आत्माओं से मिलाया जा सके। और इस सबके लिए यह अपनी पूरी टीम के साथ मिलकर पहले से ही कॉन्सेप्ट तैयार करते हैं। इस ग्रुप का काम होता है टूर पर आए लोगों को भूतों से मिलवाना और बदले में ढेरों पैसे कमाना।

कहानी में ट्विस्ट उस समय आता है जब एक दिन बिना प्लानिंग यह लोग अपने एक टूर को किसी हॉन्टेड जगह पर लेकर चले जाते हैं। वहां रात में जो कुछ भी होता है उससे 11 लोगों के इस पूरे ग्रुप की जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है। हॉन्टेड जगह पर रात बिताने के बाद जब यह लोग वापस लौटते हैं तो उनके साथ कुछ भी अजीब नहीं होता है लेकिन फिल्म में दिखाया गया एक छोटा बच्चा जिस तरह से इन 11 लोगों को वार्निंग देता है कि भले ही तुम सब बिना किसी नुकसान के इस गांव से वापस जा रहे हो लेकिन 11 के 11 मारे जाओगे, आपको पूरी तरह से हिला कर रख देगा।

कहानी मुख्य रूप से एक रेडियो पर आधारित है जो किसी के भी मरने से कुछ घंटे पहले उसकी भविष्यवाणी कर देता है। इस रेडियो की बैक स्टोरी इतनी ज्यादा इंटरेस्टिंग है कि आपको किसी भी हाल में इस फिल्म को मिस नहीं करना चाहिए।

कैसी है प्रोडक्शन?

इस फिल्म को भले ही बहुत ज्यादा हाई बजट में नहीं बनाया गया है लेकिन जिस तरह का हॉरर एलिमेंट यह ऑडियंस तक डिलीवर करती है, मस्ट वॉच की कैटेगरी में आती है यह फिल्म। स्टोरी वाइज भी यह फिल्म बहुत ही बेहतरीन है और अगर एक्टर्स की एक्टिंग और मेकर्स का काम देखा जाए तो सब कुछ बहुत ही बेहतरीन देखने को मिलेगा। फिल्म की पेसिंग आपको बिल्कुल भी बोर नहीं करेगी, स्टार्टिंग से जिस तरह से स्टोरी डेवलप होती है आप लास्ट तक इस फिल्म को देखना चाहेंगे।

निष्कर्ष:

हॉरर थ्रिलर और मिस्ट्री से भरपूर फिल्में पसंद करने वालों के लिए एक अंडररेटेड फिल्म, जो मिराई फिल्म के सक्सेस रेट के नीचे कहीं दब गई है। एक बार जरूर ट्राई करना चाहिए अच्छे एक्सपीरियंस के लिए। हॉरर जॉनर में यह एक बेस्ट फिल्म है जिसमें आपको हॉरर से जुड़ी एक अलग कॉन्सेप्ट पर बनी फिल्म देखने को मिलेगी। फिल्म में रेडियो के द्वारा जिस तरह से डर को उजागर किया गया है, आप इस फिल्म के बड़े फैन हो जाएंगे। फिल्मी ड्रिप की तरफ से इस फिल्म को 5 में से 3.5 स्टार की रेटिंग दी जाती है।

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  • Arshi

    हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अर्शी खान है,मै एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूँ। मै २१ वर्ष की आयु से मनोरंजन से सम्बंधित ब्लॉग्स विभिन्न कार्य स्थलों को प्रदान कर चुकी हूँ। मैंने भारत के कुछ बड़े मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है,जिनमे से एक अमर उजाला लखनऊ है। मुझे फ़िल्में और कोरियन ड्रामा,देखना बहुत पसंद है,यही वजह है कि मै फिल्मों की समीक्षा के साथ साथ कोरियन ड्रामा रिव्यू एक्सपर्ट भी हूं। अभी मै अपनी सभी सेवाएं फिल्मीड्रिप को दे रही हूँ। आशा करती हूँ के मेरे द्वारा फैक्ट चेक करके लिखे गए सभी भरोसेमंद आर्टिकल्स लोगो को पसंद आएं, धन्यवाद।

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