JAMA:ड्रामा और थिएटर की लाइव परफॉर्मेंस पसंद करते है तो जानें क्यों थिएटर प्रेमियों के लिए है खास

Jama Movie Review

Jama Movie Review:तमिल इंडस्ट्री की ओर से हाल ही में एक फिल्म रिलीज की गई है जिसका नाम ‘जामा’ है। बात करें इस फिल्म के जोनर की तो यह ड्रामा है। फिल्म की लेंथ तकरीबन 2 घंटे 13 मिनट की है, जोकि ‘पारी एलावाझगन‘ द्वारा निर्देशित है, जो कि फिल्म के मेन लीड रोल में भी हमें नजर आते हैं। फिल्म की कहानी कल्चरल ड्रामा पर बेस्ड है।

कहानी- फिल्म की स्टोरी की बात करें तो मेन लीड रोल में हमे ‘कल्याणम’ नज़र आते है, जिन्होंने इस फिल्म को डायरेक्ट भी किया है, जो की एक स्ट्रीट नाटक में आर्टिस्ट का काम करते हैं।मुख्य तौर पर अपनी नाटक मंडली में उन्हें महिला किरदार निभाना ज्यादा पसंद होता है।

जिस कारण से गांव में उसे काफी चीढ़ाया जाता है और उसके माता-पिता को भी कल्याणम की शादी कैसे होगी इस बात की टेंशन थी क्योंकि वह महिला किरदार निभाने के साथ-साथ उसे जीता भी था जिसके कारण इसकी चाल ढाल महिलाओं जैसी नज़र आती थी।


हालांकि कल्याणम इन सब परेशानियों से परे अपनी एक अलग ही दुनिया मैं रहता है, और उसका लक्ष्य खुद की नाटक मंडली खोलने का है जिसके लिए वह कड़ी मेहनत करके पैसे जोड़ता है। फिल्म में लव एंगल भी डाला गया है, जो की कल्याणम और उनके मास्टर की बेटी ‘जेगाथमबिगा’ (अम्मू अभिरामी) के बीच है हालांकि शादी के लिए अम्मू के पिता इसके खिलाफ होते हैं।


कुल मिलाकर इस फिल्म की कहानी कल्याणम को लोगों द्वारा किस तरह से जज किया जाता है और कैसे वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाता है इसी के इर्द-गिर्द फिल्म की कहानी बुनी गई है।आगे की कहानी जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी यह फिल्म जो कि फिलहाल थिएटर में ‘तमिल’ लैंग्वेज में ही उपलब्ध है जिसका हिंदी वर्जन जल्द ही हमें ओटीटी प्लेटफार्म ‘अमेजॉन प्राइम’ पर देखने को मिल सकता है।

Jama Movie Review

PIC CREDIT INSTAGRAM

टेक्निकल एस्पेक्ट- फिल्म में जिस तरह से नाटक मंडली और कल्चरल हिस्सो को उभार कर दिखाया गया है वह काफी सराहनीय है। बात करें फिल्म के बैकग्राउंड म्यूजिक की तो यह भी शानदार है।यह फिल्म केवल क्लासी ऑडियंस के लिए है ।बात करें सिनेमैटोग्राफी की तो यह ‘गोपाल कृष्ण’ ने की है,

खामियां- जैसा कि आप जानते हैं या फिल्म तमिल इंडस्ट्री से आती है जिस कारण इसका प्रोडक्शन काफी लो बजट है झुकी फिल्म देखने पर आपको दिख जाता है।इसकी सबसे बड़ी कमी फिल्म की लेंथ है जोकी काफी लंबी है जिसे देखकर कई बार आप बोर भी महसूस कर सकते हैं।

फाइनल वर्डिक्ट- अगर आपको रीयल थिएटर परफॉर्मेंस देखना पसंद है तो यह फिल्म सिर्फ आपके लिए है जिसमे इमोशनस और कल्चरल बॉन्डिंग भर भर के देखने को मिलेगी।

हालांकि सही मायनों में देखा जाए तो यह फिल्म केवल क्लासिक ऑडियंस के लिए है क्योंकि इसमें किसी भी प्रकार का एक्शन वा मिर्च मसाला देखने को नहीं मिलता। बात करें इसकी रेटिंग की तो यह फिल्म पूरी तरह से नीट एंड क्लीन है जिसके कारण आप इसे अपनी फैमिली के साथ भी इंजॉय कर सकते हैं।

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  • movie reviewer

    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है मैने अपनी ब्लॉगिंग की शुरवात न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी अभी के टाइम पर मै कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ उनमे से एक फिल्मीड्रीप है मै हिंदी इंग्लिश तमिल तेलगु मलयालम फिल्मो का रिव्यु लिखता हूँ । आशा करता हूँ के मेरे द्वारा दिए गए रिव्यु से आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे धन्यवाद।

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