House Of Spoils Review In Hindi: एक बेस्ट शेफ, कैसे सर्व करने लगती है सड़ा खाना,देख कर हिल जायेगा दिमाग प्राइम वीडियो के प्लेटफार्म पर एक हॉरर थ्रीलर फिल्म आपको देखने को मिलेगी जिसमें एक शेफ की कहानी दिखाई गयी है। एक बेस्ट शेफ कैसे अपने जीवन के बुरे दिनों में पहुंच जाती है ।
ये सब जानने के लिए आपको इस फिल्म को देखना होगा। हॉउस ऑफ स्पॉइल्स नाम की इस फ़िल्म की कहानी हॉरर थ्रीलर के साथ साथ आपको अंदर से इन्ट्रैक्टेबल लगने वाली है जिस तरह फिल्म की मेन करैक्टर,शेफ(एरियाना डी बोस) लाइफ में डिस्टर्बिंग सिचुएशन का सामना करती है।
फिल्म का रनिंग टाइम है 1 घंटा 46 मिनट जिसे imdb पर 4.6* की रेटिंग मिली है।फिल्म को 21 सितम्बर को अमेरिका में रिलीज किया जा चुका है और अब 3 अक्टूबर से फिल्म को प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम किया गया है। फिल्म को इंग्लिश के साथ हिंदी लैंग्वेज में भी स्ट्रीम किया गया है।आइये जानते है इस फिल्म की काहनी के बारे में आपको ये फिल्म देखनी चाहिए या नहीं।
House Of Spoils फिल्म की कहानी –
कहानी की शुरुआत एक शेफ से होती है जो एक होटल में एक शेफ की पोस्ट पर काम कर रही होती है लेकिन इस फिल्म में हॉरर और थ्रीलर सीन्स के ट्विस्ट आपको तब देखने को मिलेंगे जब ये शेफ अपनी अच्छी खासी जॉब को छोड़कर अपना खुद की लीडरशिप वाला एक रेस्टोरेंट खोलने का फैसला करती है।
जिस लोकेशन को ये शेफ अपने रेस्टोरेंट के लिए चुनती है वो एक तरह की पैरानॉर्मल एक्टिविटी वाली लोकेशन होती है, जहाँ कोई ईविल पावर काम कर रहा होता है जो इस शेफ को उसके काम में सक्सेस होने से रोकता है। जिसके लिए किस किस तरह की अजीबो गरीब एक्टिविटी आपको इस फिल्म में देखने को मिलेंगी जो आपके दिमाग को हिला देगी।
कैसी है फिल्म?
अगर आप हॉरर थ्रीलर डिसटरबिंग फ़िल्में देखना पसंद करते है तो ये फिल्म आप देख सकते है जिसे देख कर आप पूरी तरह से डिस्टर्ब हो जायेंगे। एक अच्छे कॉन्सेप्ट पर फिल्म को बनाया गया है यूनिक कहानी के साथ।एक शेफ को हॉरर और थ्रीलर के साथ जोड़ना इंट्रेस्टिंग कॉन्सेप्ट क्रिएट करता है।
फिल्म के शुरुआत में जिस तरह से सस्पेंस और मिस्ट्री दिखाई गयी है आप जानने के लिए बेकरार हो जायेंगे की आखिर उस शेफ और उस मिस्टेरियस किचन का कनेक्शन क्या है।
फिल्म की कमियाँ –
फिल्म की कहानी शुरुआत से जितनी इंट्रेस्टिंग वे में आगे बढ़ती है लास्ट तक उस इंट्रेस्ट को मेकर्स बरकरार नहीं रख पाते है, लास्ट तक पहुंचते पहुंचते आपको फील होगा आखिर कहानी हमें दिखाना क्या चाहती है। शुरुआत बहुत अच्छी थी लेकिन फिल्म की कहानी और उसके साथ डायरेक्शन ठीक तरह से नहीं किया गया है।
एक्टर्स कि एक्टिंग बेस्ट है लेकिन मेकर्स ने फिल्म में कमियाँ की हैं। कहानी की लिखावत में कुछ बदलाव कर के ये एक बेस्ट कहानी बन सकती थी।
निष्कर्ष :
अगर आप साइको टाइप फिल्म देखना चाहते हैं जिसमें जो कुछ हो रहा है वो फिल्म की मुख्य कलाकार,शेफ को पूरी तरह से बदल दे तो आप इस फिल्म को देख सकते हैं। फिल्म की कहानी एक बेस्ट शेफ से कैसे डिस्टर्बिंग डिप्रेस्ड शेफ में बदलती है एरियाना, दिखाया गया है। अगर आपके पास कुछ देखने को नहीं है।
तो आप इस फिल्म को देख सकते हैं जिसके लिए आपका दिल मजबूत होना ज़रूरी हैं जिस तरह के खाने से रिलेटेड फिल्म में डिस्टर्बिंग सीन्स दिखाए गए हैं उन्हें देखने के लिए।मेरी तरफ से फिल्म को 10 में से 5* की रेटिंग दी जाती है।
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