निर्देशक नीरज घायवान की फिल्म के मुख्य किरदारों में ईशान खट्टर, विशाल जेठवा, और जाह्नवी कपूर देखने को मिलते हैं। क्या वजह रही कि 1 घंटा 59 मिनट की इस फिल्म को ऑस्कर के लिए भेजा गया है? इसे प्रोड्यूस किया है धर्मा प्रोडक्शन, यानी कि करण जौहर द्वारा। यह एक बेहतरीन फिल्म है जो ऑस्कर डिजर्व करती है। ईशान और विशाल का काम ऐसा है कि उनके किरदारों से दर्शक खुद को पूरी तरह से जोड़ लेते हैं। इन दोनों एक्टरों ने अपनी एक्टिंग से इरफान खान और मनोज बाजपेयी जैसे एक्टरों की याद दिलाई है।
कहानी
कहानी मुस्लिम और दलित लड़के पर आधारित है। मोहम्मद शोएब अली (ईशान खट्टर) और चंदन कुमार (विशाल जेठवा) के किरदारों में दिखाए गए हैं। यह दोनों ही अपनी-अपनी जिंदगी में बहुत से भेदभाव को झेलते आ रहे हैं और एक अच्छी, खुशहाल जिंदगी जीने के लिए पुलिस में भर्ती होना चाहते हैं। विशाल के दिल में एक बात खटकती रहती है कि शायद वह पुलिस में भर्ती होने के बाद भी भेदभाव को वैसे ही झेले, जैसे कि अभी के समय में वह झेल रहा है। कुछ समय बाद चंदन की मुलाकात सुधा से होती है और इन दोनों में प्यार हो जाता है। यहाँ कोविड के समय को पेश किया गया है। जिन दर्शकों को सिनेमा से प्यार है, उन्हें यह फिल्म बिलकुल भी मिस नहीं करनी चाहिए। यहाँ दोस्ती, स्ट्रगल, सामाजिक भेदभाव, और धर्म के आधार पर भेदभाव, सब कुछ एक साथ एक कहानी में देखने को मिलता है।
All roads lead to home. #Homebound – trailer out tomorrow!
— Dharma Productions (@DharmaMovies) September 16, 2025
In cinemas 26th September. pic.twitter.com/3YTm8Bm7qy
एक सीन में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच चल रहा है और इस मैच में पाकिस्तान भारत से करारी हार का सामना करता है। तब ईशान, जो एक मुस्लिम किरदार में हैं, से कहा जाता है, “तुम तो बहुत दुखी दिखाई दे रहे हो।” यहाँ स्कूल के बच्चे दलित महिला के बनाए हुए खाने को नहीं खाते। चंदन कुमार अपने आप को जनरल बताने लगता है, यहाँ तक कि वह जाह्नवी कपूर से भी खुद को जनरल कास्ट का ही बताता है। यहाँ पर एक डायलॉग है, “शेर की खाल पहन लेने से सुअर शेर नहीं बन जाता।” बहुत सारे ऐसे सीन हैं जो कमजोर दिल वाले इंसानों की आँखों से आंसू निकाल देंगे।
निष्कर्ष
जितनी तारीफ करें इन दोनों की एक्टिंग की, उतनी कम है। बड़े-बड़े एक्टरों को इन्होंने अपनी एक्टिंग से पानी पिलाने का काम किया है। जाह्नवी कपूर उस तरह की एक्टिंग करती नहीं दिखीं। वह देसी किरदार में थीं, पर लगती नहीं। मेरी तरफ से इस फिल्म को दिए जाते हैं 5 स्टार में से 3.5 स्टार की रेटिंग।
READ MORE