14 सालों के बाद 14 मई को भारत में फाइनल डेस्टिनेशन ब्लडलाइन को फाइनली रिलीज कर दिया गया था। शायद हमारी जेन Z जनरेशन को फाइनल डेस्टिनेशन के बारे में ना पता हो पर पुराने लोगों को इस फिल्म का इंतजार था,
और अब 14 सालों के बाद वह इंतजार पूरा होता है। 90 के दशक की जनरेशन ने हॉलीवुड की फिल्मों को देखने की शुरुआत फाइनल डेस्टिनेशन के रूप में ही की थी। वह टाइम ऐसा था जब वीडियो कैसेट और सीडी कैसेट के माध्यम से इंग्लिश में ही फाइनल डेस्टिनेशन उपलब्ध थी।
इस तरह का पागलपन फाइनल डेस्टिनेशन के लिए लोगों में हुआ करता था कि वो इसकी वीडियो कैसेट रेंट पर लेकर कई दिनों तक बार-बार देखा करते थे। मिशन इम्पॉसिबल के रिलीज होने के बाद भी फाइनल डेस्टिनेशन ब्लडलाइन्स को बॉक्स ऑफिस पर तगड़ा प्रॉफिट हो रहा है।

फाइनल डेस्टिनेशन बॉक्स ऑफिस 4 डे कलेक्शन
फाइनल डेस्टिनेशन ने अपने चार दिनों में भारतीय बॉक्स ऑफिस पर 26.25 करोड़ रुपये की कमाई की है, जहाँ ऐसा माना जा रहा था कि मिशन इम्पॉसिबल के रिलीज होने के बाद इसके कलेक्शन में कुछ गिरावट देखने को मिलेगी पर कुछ खास यहाँ पर गिरावट देखने को नहीं मिली है।
फाइनल डेस्टिनेशन ने अपने पहले दिन पर 5.25 करोड़ रुपये की कमाई की तो वहीं शुक्रवार के दिन पर 6 करोड़ रुपये शनिवार के दिन 7 करोड़ और रविवार को 8 करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया। अगर टोटल देखा जाए तो अभी तक भारतीय बॉक्स ऑफिस पर नेट कलेक्शन 26.25 करोड़ रुपये का हुआ है।
पिंकविला की रिपोर्ट के अनुसार फाइनल डेस्टिनेशन फ्रेंचाइजी की यह फिल्म भारत में अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई है। यह भी कह सकते हैं कि 14 साल पहले जब फाइनल डेस्टिनेशन के भाग रिलीज किए जाते थे उस समय पर आज के जैसे स्क्रीन काउंट नहीं मिलते थे न ही उतने दर्शक होते जो सिनेमाघर में हॉलीवुड की फिल्में देखने जाएँ।
आज के टाइम पर जहाँ बॉलीवुड में मुंज्या, स्त्री 2 और भूल भुलैया 3 जैसी हॉरर कॉमेडी फिल्में पसंद की जा रही हैं, वहाँ हॉलीवुड की हॉरर थ्रिलर फिल्म फाइनल डेस्टिनेशन लोगों के द्वारा पसंद की जाएगी इसका अंदाजा डिस्ट्रीब्यूटर को पहले से ही था।
यही वजह रही कि इस फिल्म को अच्छा-खासा स्क्रीन काउंट मिला। पिछले कुछ हफ्ते भारतीय सिनेमा के लिए अच्छे रहे। रेड 2 ने सिनेमाघर में अच्छा परफॉर्म किया इसके बाद फाइनल डेस्टिनेशन और अब मिशन इम्पॉसिबल रिलीज की गई है,
जहाँ पिछले कुछ समय सिनेमाघर खाली-खाली दिखाई दे रहे थे जिस डर के चलते राजकुमार राव की फिल्म भूल चूक माफ को ओटीटी पर रिलीज करने का निर्णय लिया गया था वहीं अब भीड़ को आता देख इसे सिनेमाघर में ही रिलीज किया जाना है।
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