Drive Away Dolls movie review in hindi:जियो सिनेमा पर हाल ही में रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘ड्राइव अवे डॉल्स’ इसके जोनर की बात करें तो यह कॉमेडी और थ्रिलर है, फिल्म की लेंथ की बात करें तो यह लगभग एक घंटे तेईस मिनट की है।।
फिल्म की कहानी दो लेस्बियन लड़कियों (जैमी) और (मारियन) की है जो की बहुत अच्छी बेस्ट फ्रैंड है। फिल्म में मर्डर का तड़का भी डाला गया है जो इस फिल्म की कहानी को काफी इंगेजिंग बनाता है। इसमें दिखाया गया मर्डर का इंसिडेंट इन दोनो लड़कियों से कैसे जुड़ा होता है और कैसे ये दोनो एक बड़ी मुसीबत में पड़ जाती हैं ये सिक्रेट है जिसे फ़िल्म के अंत में रिवील किया गया है।कुल मिलाके अगर आपको लेस्बियन लाइफ के बारे में जानने में रुचि है और आप उसे एक्सप्लोर करना चाहते हैं तो यह फिल्म आपके लिए है।
कास्ट- मारग्रेट क्वॉली,गैरेलडाइन विश्वनाथन,बियनी फिल्डस्टीन अन्य।
डायरेक्टर- एथन कोएन।
टेक्निकल एस्पेक्ट-
फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक काफी अच्छा है जो फिल्म के सभी दृश्यों में फिट बैठता है। बात करें इसकी हिंदी डबिंग की तो वो भी काफी अच्छा है, जिसके लिए जियो वालो ने भरपूर पैसा खर्च किया है।
कहानी-
फिल्म की कहानी दो लड़कियों पर आधारित है जो की लेस्बियन (एलजीबीटी) हैं।ये दोनो आपस में बेस्ट फ्रैंड है और लिविन में रहती हैं कुछ प्रॉब्लम्स के कारण इन्हें अपना घर शिफ्ट करना पड़ता है और वे एक गांव में रहने लग जाती हैं। जहां पर एक मर्डर हो जाता है जिससे इन दोनो का कनेक्शन निकलता है,क्युकी ये फिल्म एक अलग कैटेगरी की फिल्म है इसमें और भी बहुत कुछ दिखाया गया है। जिससे नार्मल आदमी बिलकुल भी रिलेट नही कर पायेगा।

pic credit instagram
इसी तरह फिल्म की कहानी आगे बढ़ती रहती है लेकिन फर्स्ट हाफ होने के बाद कहानी में ट्विस्ट आ जाता है , जिसमे हमें ये जानने को मिलता है की इन दोनो लड़कियों के पास कुछ ऐसा है जो बहुत कीमती है जो की फिल्म के विलन का है
जिसे लेने के लिए वह इन दोनो लड़कियों के पीछे हाथ धो कर पड़ जाता है। हालाकि क्लाइमैक्स में जब आपको को इस कीमती सामान के बारे में पता चलता है तो आप को काफी शॉक लगता है ।क्या है वह कीमती चीज और कैसे ये दोनो लड़कियां विलन से बच पाती है ये सब जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी यह फिल्म जो की जियो सिनेमा पर हिंदी में उपलब्ध है।
खामियां-
फिल्म की सबसे बड़ी कमी यह है की फिल्म के मेकर्स उन दोनो लड़कियों की केमेस्ट्री को जायदा बेहतर नही बना पाए जिसे देख कर साफ लगता है की दोनो की बॉन्डिंग मिसिंग है।
फाइनल वर्डिक्ट-
फिल्म में एक्शन का तड़का मर्डर सिक्वेंस और थ्रिलर सभी को एक साथ डालने की कोशिश की है जिसमे मेकर्स सफल हुए है। हालांकि फिल्म ए रेटेड है और इसमें भर भर के एडल्ट सीन डाले गए हैं जिसके कारण आप इस फिल्म को फैमिली के साथ बिलकुल भी नहीं देख सकते।
अगर आप LGBTQ सब्जेक्ट को देखने में कंफर्टेबल हैं और बॉलीवुड में बनी इमरान हाशमी की पुरानी सॉफ्ट एडल्ट फिल्में आप खूब एंजॉय करते है तो मात्र 90 मिनट की इस फिल्म को अपना कीमती समय दे सकते हैं।