फिल्म “अंदाज़ 2” (Andaaz 2) जो कि साल 2003 में आयी एक हिट मूवी अंदाज़ का सीक्वल है, यह आज यानी 8 अगस्त 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई है। इस रोमांटिक ड्रामा फिल्म को निर्देशक ‘सुनील दर्शन‘ ने बनाया है,जो अंदाज़ मूवी के भी डायरेक्टर थे। फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में नए चेहरे नजर आते हैं, इनमे आयुष कुमार और उनके साथ अकाइशा और नताशा फर्नांडेज हैं।
पिछली फिल्म अंदाज़ में अक्षय कुमार प्रियंका चोपड़ा और लारा दत्ता की तिकड़ी ने दर्शकों का दिल जीता था, लेकिन ये सीक्वल नई जेनरेशन के साथ प्यार, फ्यूचर और रिश्तों की कहानी बुनने की कोशिश करता है। चलिए जानते हैं कैसी है अंदाज़ 2 फिल्म और करते हैं इसका डिटेल रिव्यू।
कहानी
फिल्म के मुख्य किरदार आयुष कुमार हैं जिन्होंने कहानी में आरव कुमार का रोल निभाया है, जो एक एनर्जी और कॉन्फिडेंस से भरा हुआ लेकिन स्ट्रगलिंग म्यूजिशियन है क्योंकि फिलहाल वो म्यूजिक की दुनिया में नाम कमाने की कोशिश कर रहा है।

जैसे जैसे स्टोरी आगे बढ़ती है इसमें आरव दो लड़कियों के बीच फंस जाता है जिनके नाम अकाइशा और नताशा हैं यह दोनों ही आरव को उसके स्ट्रगल में सहारा देती हैं।
आरव का सफर जैसे-जैसे आगे बढ़ता है उसके सपने और प्यार की उलझनें कहानी को कई रंगीन मोड़ देती है। फिल्म की कहानी प्यार और त्याग से खुद को निछावर करने की बात करती है,लेकिन लव ट्रायंगल की कहानी कुछ पुरानी लगती है।

हालाँकि आगे स्टोरी में कुछ बड़े ट्विस्ट्स आते हैं, जहां आरव को चुनना पड़ता है कि सपने पहले या उसका प्यार।
फिल्म Andaaz 2 की यह कहानी आपको बांधने की कोशिश तो करती है, लेकिन कुछ जगहों पर बहुत ज्यादा ड्रामा हो जाता है जिससे कई बार ऐसा लगता है जैसे मानो स्टोरी में रायता फ़ैल गया हो। कुल मिलाकर अगर आपको रोमांस और म्यूजिक वाली फिल्में देखना पसंद है तो फिल्म अंदाज़ २ आपको इमोशनल टच देगी।
तकनीकी पहलू
फिल्म का कैमरा वर्क ठीक-ठाक है,ये शहर की हलचल और म्यूजिक की दुनिया को सफाई से दिखाता है, लेकिन विजुअल्स में वो जादू नहीं है जोकि आपको स्क्रीन से बांधे रक्खे। फिल्म का सेकंड हाफ थोड़ा धीमा हो जाता है, जिससे कहानी की स्पीड थोड़ी कम लगने लगती है।
साउंड डिजाइन अच्छा है ख़ास कर फिल्म का वो गाना “आँखों में आंसू लेके” जो कहानी को और बेहतरीन बनाते हैं, क्योंकि ये गाने सिर्फ बैकग्राउंड में नहीं बजते बल्कि किरदारों के इमोशंस को भी दिखाते हैं। प्रोडक्शन वैल्यू ठीक है लेकिन कुछ जगहों पर लगता है कि फिल्म का बजट थोड़ा कम था। लेकिन अगर आप टेक्निकल चीजों पर ज़्यादा ध्यान नहीं देते हैं, तब अंदाज़ २ आपके लिए किसी तोहफे से कम नहीं।

सुनील दर्शन का डायरेक्शन
सुनील दर्शन ने फिल्म Andaaz 2 को इमोशनल बनाने की अच्छी कोशिश की है उनके द्वारा रोमांटिक सीन और किरदारों के बीच बैलेंस करने की कोशिश दिखती है। सुनील के डायरेक्शन में म्यूजिकल सीन बहुत अच्छे हैं, जो कहानी को और मज़बूती देते हैं।
फिल्म की कमियां
- कहानी कुछ हद तक काफी प्रेडिक्टेबल है, लव ट्रायंगल में कुछ नया नहीं लगता और ये पुराने स्टाइल का लगता है।
- किरदारों में गहराई कम है जिससे आप उनसे ज्यादा इमोशनली नहीं जुड़ पाते।
- फिल्म का सेकंड हाफ थोड़ा धीमा हो जाता है जिससे कहानी भटकती सी लगती है।
फिल्म की अच्छाइयां
- आयुष कुमार की एक्टिंग दिल को छू लेती है। उन्होंने आरव के किरदार में बेहतरीन एक्टिंग की है जिसमे वह अपने प्यार की फीलिंग्स को बहुत अच्छे से दिखाते हैं।
- अकाइशा और नताशा की एक्टिंग भी मजबूत है उन दोनों की केमिस्ट्री आयुष के साथ क्यूट लगती है।
- म्यूजिकल ट्रैक्स बहुत अच्छे हैं, जो कहानी को इमोशनल बनाते हैं और लंबे समय तक याद रहते हैं।
- फिल्म सपनों और खुद को ढूंढने जैसे थीम्स पर आधारित है और देखने में यह अच्छी लगती है।
निष्कर्ष
फिल्म अंदाज़ 2 अपनी पिछली मूवी अंदाज़ की जादुई अपील को दोहराने में उस तरह कामयाब नहीं हो पाई है। नए एक्टर्स ने मेहनत तो की है, लेकिन कमजोर स्क्रिप्ट,की वजह से कहानी थोड़ी सी प्रेडिक्टेबल हो जाती है। अगर आपको हल्का-फुल्का रोमांटिक ड्रामा और अच्छे गाने पसंद हैं, तो Andaaz 2 फिल्म को एक बार ज़रूर देख सकते हैं। लेकिन ज्यादा उम्मीद न रखें, वरना निराश हो सकते हैं। रेटिंग: 3/5।
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