Bagheera 2024 Movie Review:इस दीपावली के दिन पर 7 फिल्मे रिलीज़ की गयी है जिनमे से एक है निर्देशक डॉ. सूरी और प्रशांत नील द्वारा लिखी गयी बघीरा फिल्म। ये एक कन्नड़ सुपर हीरो फिल्म है। बघीरा को हिंदी में तेंदुवा या पैंथर कहा जाता है।
इस फिल्म में ‘श्रीइमुराली’ पैंथर बने हुए है। फिल्म के ट्रेलर के वक़्त लोगो को ऐसा लग रहा था के ये फिल्म केजीएफ,सलार के जैसी नहीं होने वाली है,तो हर एक फिल्म केजीएफ और सालार के जैसी नहीं हो सकती है वो फिल्मे अलग थी। अब अगर सभी फिल्मे एक जैसी बनने लग जाएगी तो दर्शक इस तरह की फिल्मो से बोर होने लगेंगे।
Got done with first half of #Bagheera if second half is as good as first half, then
— Kannadafilmyclub (@Kannadafilmclub) October 31, 2024
sri murali is back again with a blockbuster (fingers crossed for second half) pic.twitter.com/v1mDpaTll5
हर डायरेक्टर अपने एक विजन और मेकिंग स्टाइल से फिल्मे बनाना पसंद करता है। बघीरा उन सभी के मुँह पर तमाचा मारने आयी है जो इसके ट्रेलर को देख इसकी आलोचना करने में लगे थे।
हमारी टीम ने इस फिल्म को कन्नड़ भाषा में देखा है क्यों की अभी इस फिल्म को हिंदी में रिलीज़ नहीं किया गया है और फिल्म को देख कर कही से हमे ऐसा नहीं लगा के हमारे पैसे वेस्ट हुए हो। फिल्म देखने की तीन वजह थी पहली होम्बले फिल्म्स जिन्होंने हमें पहले भी कांतारा,केजीएफ,सलार जैसी फिल्मे दी है दूसरी वजह फिल्म के राइटर प्रशांत नील और तीसरा फिल्म के डायरेक्टर डॉ. सूरी।
कहानी
समाज में बहुत ज़ादा अन्याय बढ़ चुका है।इसी अन्याय को मिटाने बघीरा आता है। एक्शन सीन और स्टोरी अच्छे है, दोनों ही कैरेक्टर को श्रीइमुरली ने ही निभाया है। फिल्म में कंटेंट के साथ-साथ कुवालटी पर भी मेहनत की गयी है। सिंम्पल कहानी को जिस तरह से डॉ सूरी ने प्रजेंट किया है उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है। कही से भी ये फिल्म स्लो होती नज़र नहीं आती। बस कही-कही पर फिल्म को थोड़ा डार्क फेज़ में दिखाया गया है।
pic credit x ನಿಮಿಷ್ ಎಸ್ ಕೌಶಿಕ್ / Nimish S Koushik
परफॉर्मेंस
हमने कोप यूनिवर्स की बहुत सी फिल्मे देखि है और अभी एक और फिल्म देखने वाले है सिंघम अगेन,पर इस फिल्म में जो पुलिस वाला देखने को मिलता है वो सब पर भारी है मतलब के एक पुलिस वाला सब पर भारी रहता है। अगर आप इसे बैट मेंन से कंपेर करते है तो ऐसा बिलकुल भी नहीं है क्युकी इसकी लेगेसी अलग है और हॉलीवुड फिल्मो की लेगेसी अलग होती है ।
एक सिंम्पल सी स्टोरी को इतने अच्छे से पर्जेट शायद श्रीइमुरली ही कर सकते है।साऊथ की जादा तर फिल्मो में बहुत से ट्विस्ट और टर्न डाले जाते है पर वही एक सीधी कहानी में ज़बरदस्त तरीके से पेश करके एक्टिंग करना वो शायद श्रीइमुरली जैसा टैलेंटेड एक्टर ही कर सकता है। प्रकाश राज ने भी अपने रोल को अच्छे से निभाया है।
pic credit imdb
एक्शन सीन
जिस तरह के साउथ फिल्मो में एक्शन होते है कुछ उसी तरह से इसमें भी एक्शन सीन देखने को मिलते है। ट्रेन वाला और कंटेनर वाला फाइट सीक्वेंस काफी अच्छे है। इन सीन को देख कर आपका अंदर से सीटी मारने का दिल कर सकता है। 2 घंटे 40 मिनट की इस फिल्म में आप कही भी बोर नहीं होंगे।
फ़ाइनल वर्डिक्ट
म्यूज़िक,सिनेमाटोग्राफी,बीजीएम सब कुछ अच्छा है। इंटरवल से पहले वाला एक सीन आपको रोमांचित कर सकता है। फिल्म के शुरुवात में जब हीरो और विलन के कैरेक्टर को बिल्डअप किया जाता है उसे देख कर आप एक्साइड हो जाते है के आपको आगे क्या देखने को मिलेगा।
ऐसा नहीं है के बस मार धाड़ ही देखने को मिलेगा फिल्म में आपको इमोशन भी देखने को मिलेगा। ये फिल्म आपके टाइम को डिजर्व करती है। पता नहीं क्यों अभी इसे हिंदी में रिलीज़ नहीं किया गया। अभी आप इस फिल्म को सबटाइटल के साथ देख सकते है।
अगर आप इसके हिंदी में रिलीज़ होने की रह देख रहे है तब आपको थोड़ा और इंतज़ार करना होगा क्युकी कांतारा फिल्म को भी 15 दिन के बाद ही रिलीज़ किया गया था।
हमारी तरफ से इस फिल्म को 5 में से ३ स्टार दिये जाते है