Baby 2023:बेबी 2003 में रिलीज़ हुई एक रोमांटिक ड्रामा है ऐसा क्या खास है इस फिल्म में जिसने मात्र 10 करोड़ के बजट में बॉक्स ऑफिस पर 80 करोड़ का कलेक्शन किया दो घंटे पचपन मिनट की यह फिल्म कितनी कामयाब रहती है आपको एंटरटेन करने में आइये जानते हैं।
इसका निर्देशन रंगीन फोटो जैसी फिल्म को बनाने वाले डायरेक्टर साई राजेश ने किया था। जानते हैं क्या है बेबी की कहानी क्या यह आपको एंटरटेन कर सकती है।
कहानी
कहानी में हमें वैष्णवी “वैशु” के रूप में देखने को मिल रहे हैं वैष्णवी चैतन्य और आनंद के रूप में आनंद देवरकोंडा। वैष्णवी पढ़ाई में तेज़ होने के कारण स्कूल से कॉलेज में दाखिला ले लेती है, पर उधर आनंद फेल हो जाते हैं जिसके कारण अब वो टैक्सी ड्राइवर का काम करते हैं।
कहानी कौन-कौन से अप डाउन के साथ आगे बढ़ती है। इसे जानने के लिए आपको दो घंटा पचास मिनट की इस फिल्म को देखना होगा। जो थोड़ी लंबी है।
फिल्म में आज के समय के प्यार मोहब्बत की रियलिटी को दिखाया गया है। बहुत नई तरह की स्टोरी तो कहानी पेश नहीं करती पर फिर भी आज का यूथ खुद को इसकी कहानी और पात्रों से खुद को जोड़ सकेगा। फिल्म में जो दिखाया गया है वो सब पहले मेट्रो या बड़ी सिटी में होती दिखती थी पर अब तो गांव कस्बे में भी देखने को मिल जाती है।
जैसे के पहले लड़का लड़की एक दूसरे से प्यार करते हैं बाद में नहीं करते हैं फिर वो किसी और से प्यार करने लगते हैं फिर दोबारा से वापस आ जाते हैं और एक बार फिर से एक दूसरे के नज़दीक आ जाते हैं। टीन एन्जर में अब इस तरह का एक फैशन बना लिया गया है कूल दिखने के लिए। दूसरे हाफ का इमोशन आपकी आँखों से पानी निकालने में पूरी तरह से कामयाब रहा है।
पॉजिटिव नेगेटिव पॉइंट
फर्स्ट हाफ की तुलना इसका सेकंड हाफ बहुत कनेक्टिंग है। यह पूरी कहानी अपने इमोशनल सीन के माध्यम से दर्शकों के दिल में उतर जाती है। कैरेक्टरों के इमोशन फेस पर जिस तरह से देखने को मिलते हैं। आप फील करते हैं उस कैरेक्टर को लेकर। पहला हिस्सा इस लिए कुछ खास न हो पाया क्योंकि जो पहला हिस्सा है वो प्यार को सही से बिल्ड करने में नाकामयाब होता है।
इंटरवल के बाद फिल्म रफ्तार पकड़ती है और क्लाइमेक्स तक आते-आते फिल्म अपना अच्छा माहौल क्रिएट कर पाती है। फीमेल लीड वैष्णवी चैतन्य का किरदार काफी कन्फ्यूजन है कभी इसे लगता है आनंद से प्यार करती है तो कभी नहीं कहानी अगर दो घंटे की होती तो काफी अच्छा रहता।
निष्कर्ष
आज के टाइम पर किस तरह का प्यार मोहब्बत किया जा रहा है वो देखने में काफी अच्छा लगता है। आनंद की माँ का कैरेक्टर बहुत ही सुंदर है वो आपकी आंखें नम करती है। बहुत अच्छी फिल्म की स्टोरी न होते हुए भी इसके इमोशनल सीन प्लस पॉइंट है।
कुछ किस सीन आपको देखने को मिलते हैं तो आपको इसे देखना है या नहीं देखना ये आप खुद डिसाइड कर सकते हैं हमारी तरफ से इसे दिए जाते हैं पांच में से तीन स्टार। ओरिजनल डबिंग के साथ यह अहा ओटीटी पर देखी जा सकती है।
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