Alia Basu Gayab Hai hindi review:बेहद कम बजट, पांच करोड़ रूपये में बनाई गयी ये फिल्म “आलिया बासु गायब है” Preeti Singh के डायरेक्शन में बनाई गयी ये फिल्म क्या लोगो को सिनेमा घरो तक खींच पायी या नहीं क्या आपको ये फिल्म देखना चाहिए या नहीं इन्ही सब बातो की इनफार्मेशन आपको हमारे इस आर्टिकल में पढ़ने को मिलेगा।
फिल्म का रन टाइम एक घंटा पैतालिस मिनट का है विनय पाठक ही एक ऐसे कैरेक्टर फिल्म में है जिनकी वजह से आप इसको देखने जा सकते है। imdb ने इसे 7.8 की रेटिंग दी है। फिल्म में दीपक और विक्रम आलिया बासु की किडनैपिंग की प्लानिंग करते है। आलिया बसु एक बड़े बिज़नेस मैन की लड़की होती है जिनके पास बहुत पैसा होता है यही वजह है दीपक और विक्रम आलिया बासु को किडनैप करके इनके बाप से ढेर सारी फिरौती की मांग करते है।
दीपक और विक्रम यही प्लान करते है के फिरौती की रकम लेकर देश छोड़ कर भाग जायेगे पर क्या वो ऐसा कर पाते है या नहीं इन सभी सवालो के जावबो के लिए आप को ये फिल्म देखनी होगी।
अगर एक लाइन में इस फिल्म का रिव्यु किया जाए तो पांच करोड़ के बजट के हिसाब से फिल्म ठीक है क्युकी लोग तो अपनी फिल्म के प्रमोशन में इससे ज़ादा रूपये खर्चा कर देते है।
फिल्मं का स्क्रीन प्ले कमज़ोर है डायलॉग भी कमज़ोर है म्यूज़िक भी कमज़ोर है और अगर कहानी की बात की जाए तो वो भी कमज़ोर ही है फिल्म के बजट से फिल्म पर कुछ ज़ादा असर नहीं होता है अगर आपकी कहानी में दम हो तो। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री कम बजट में स्टोरी के ही दम पर एक से बढ़कर एक फिल्मे देती आरही है। यही एक वजह है के आलिया बासु गायब है को देखने के लिए पब्लिक गायब है इसको अगर रिलीज़ ही करनी थी तो डायरेक्ट ott पर रिलीज़ करना था।
इस तरह की स्टोरी वाली फिल्म जोकि अगर आपने बहुत सी ott की फिल्मे देखि है तो बीच में ही आपको इसकी पूरी स्टोरी के बारे में पता लग जायेगा। अगर आपको अकेले सिनेमाघरों में जाकर फिल्म देखने का मज़ा लेना है तो इस फिल्म को जाकर देख सकते है क्युकी सभी सिनेमाघर खाली पड़े है कोई नहीं आरहा इसे देखने के लिए।
फिल्म के शुरुवात में ऐसा लगता है के इस फिल्म में कुछ हट कर दिखाया जाने वाला है जिस तरह की बिना किसी डायलॉग के दस मिनट तक फिल्म चलती है पर इसके बाद स्टोरी गिरती ही चली जाती है। फिल्म की सबसे कमज़ोर कड़ी है इसकी कहानी जिसमे बिलकुल भी दम नहीं था। फिल्म का डायरेक्शन भी बेहद खराब था।
इस तरह की फिल्मे विनय पाठक को करना शोभा नहीं देता है वो इतने कमाल के एक्टर है फैन बेस भी काफी बड़ा है इनका इन्ही की वजह से लोग ये फिल्म देखने जा भी रहे है और अगर फिल्म में कुछ दम देखने को नहीं मिलता है तो इसमें गलती विनय पाठक की है के फिल्म साइन करने से पहले एक बार स्टोरी को तो पढ़ा करें।
कही-कही पर फिल्म देखते ऐसा लगने लगता है। के जल्दी फिल्म खत्म हो और हम अपने अगले काम करें। राइमा सेन सलीम दीवान जैसे अच्छे एक्टर भी यहाँ पर फिसड्डी ही साबित हुए है। सलीम दीवान ने बॉलीवुड डायरी जैसी अच्छी फिल्मे की है। जिसमे उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ भी की गयी थी पर इस फिल्म में उनसे बहुत डिसपॉइन्टमेंट ही हुआ है।