A shadow of fear and terror Sar Kata Stree 2 Review:स्त्री के होर्रोर और कॉमेडी Maddock Films की दुनिया से सिनेमा घरो में आगयी है स्त्री 2 जहा पर अब स्त्री का नहीं बल्कि खौफ और आतंक होने जा रहा है सर कटे का। फिल्म के खत्म होने पर आपको उठ कर चलना नहीं है बल्कि रुके रहना है क्युकी फिल्म के लास्ट में दो बड़े पोस्ट क्रेडिट सीन देखने को मिलते है। जिसमे Maddock Films के हॉरर यूनिवर्स की अगली फिल्म के बारे में पता लगता है और दूसरा सरप्राइज अक्षय कुमार है जिसको जानने के लिए आपको फिल्म को लास्ट सीन तक देखना होगा।
डायरेक्टर – अमर कौशिक
राइटर – निरेन भट्ट
कलाकार – श्रद्धा कपूर ,राजकुमार राव ,पंकज त्रिपाठी ,अभिषेक बनर्जी
म्यूज़िक -सचिन जिगर जस्टिन
प्रोडक्शन – Maddock Films
कहानी
जितना कठिन स्त्री १ के एंडिंग को समझना हमारे लिए हो गया था उतना ही कठिन स्त्री २ की एंडिंग को समझना भी है। जहा पहले पार्ट में स्त्री मर्दो को ले जाती हुई दिखाई गयी थी वही अब स्त्री २ में सरकटा स्त्री को अपने साथ लेकर जा रहा है। इसी को बोलते है भूतो के लिए लड़का लड़की एक सामान होता है । पर आखिर इस बार सरकटा मर्दो को क्यों उठा कर ले जा रहा है कौन है सरकटा क्यों आया है और इसका स्त्री के साथ क्या कनेक्शन है ये जानने के लिए आपको फिल्म देखना होगी।
स्त्री २ का कंटेंट ऐसा बनाया गया है जो की आपकी सभी इच्छाओ की नय्या पार लगा सकती है। जहा पिछली फिल्म में हमने देखा था के राजकुमार एक स्त्री के छलावे में पड़ कर बचा लेता है पूरे शहर को एक चुड़ैल से। वो छलावा एक बार फिर से आपको स्त्री २ में देखने को मिलता है जो इस बार एक नए रूप में वापस लौट कर आया है।
सर कटे के सच पता लगाने के चक्कर में एक ऐसा मूवमेंट आता है जिसमे स्त्री की सच्चाई सबको पता लग जाती है। फिल्म में वही सारे करेक्टर है जो की इसके पिछले पार्ट में में दिखाए गए थे। पिछली बार की तरह ही इस बार भी हॉरर और कॉमेडी को फिल्म से जोड़ कर दिखाया गया है। पूरी फिल्म आपको कही से भी बोर नहीं करती है। स्त्री १ से स्त्री २ को देखकर आपको दुगना मज़ा आने वाला है।
स्त्री २ एक ऐसा मॉस सिनेमा है जिसमे बहुत ढेर सारे सर प्राइज देखने को मिलते है। सिचुवेशन कॉमेडी पंच लाइन और डायलॉग डिलीवरी से दिल खुश होने वाला है आपका। फिल्म खत्म होने के बाद आपको अहसास होगा के मेरा 100% पैसा तो वसूल हुआ है।
पूरी फिल्म 149 मिनट की है इंटरवल से पहले फिल्म में हमें कॉमेडी थोड़ी ज्यादा देखने को मिलती है अगर तुलना की जाये इंटरवल के बाद से क्युकी इंटरवल के बाद में हमें एक्शन और फाइट सिक्वेसन ज्यादा देखने को मिलते है। इंटरवल के बाद ही हमें श्रद्धा कपूर की मिस्ट्री के बारे में पता लगता है के आखिर ये स्त्री है कौन।
टेक्निकल एस्पेक्ट:–
फिल्म का BGM और सिनेमाटोग्राफी को बहुत अच्छे से पर्जेट किया गया है डायरेक्टर अमर कौशिक ने एक बार फिर से ये प्रूफ कर दिया है के कैसे कम बजट में ज्यादा पैसा कमाया जाए वो भी डायरेक्शन के बल पर राइटर निरेन भट्ट की अगर बात की जाये तो ये भेड़िया मुँज्या एक के बाद एक बेहतरीन स्टोरी हमें देते जा रहे है। फिल्म की एडिटिंग हेमंती सरकार ने बहुत अच्छे से की है। स्त्री १ ने वर्डवाइड बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था 180.76 करोड़ का स्त्री 2 इस बार 500 करोड़ से ऊपर का कलेक्शन आराम से करती दिख सकती है।
खामियां–
फिल्म में हमें कुछ निगेटिव पॉइंट भी देखने को मिलते है जैसे की vfx फिल्म का vfx थोड़ा कमज़ोर है आज के हिसाब से जहा पर इतना अच्छा vfx इंडस्ट्री में आगया है।फिल्म देख कर ऐसा लगता है के vfx में थोड़ा पैसा मेकर ने बचा लिया है। पर इतना कुछ फिल्म में अच्छा दिखाया गया है के ये VFX वाली गलती गलती नहीं लगती है।
फाइनल वर्डिक्ट–
फिल्म की राइटिंग इतनी आसान भाषा में लिखी गयी है जो की हर एक एज ग्रुप के समझ में आएगी और हँसा कर जायेगी। फिल्म तो एक छोटे से टाउन की है पर इसे दर्शक बड़े शहर के भी मिलने वाले है। आप अपनी पूरी फैमिली के साथ बैठ कर इस फिल्म को इंजॉय कर सकते है बस थोड़े बहुत डबल मीनिंग वाले शब्द आपको देखने को मिलते है।जो काम एवेंजर को हॉलीवुड में करते दिखाया गया है वो बॉलीवुड में स्त्री २ ने कर दिया है। श्रद्धा कपूर का स्क्रीन प्रजेंट बहुत ही बेहतरीन तरीके से हमारे सामने प्रजेंट किया गया है।
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