बॉलीवुड में जब भी दो फिल्मों का आपस में टकराव होता है, तब सबसे बड़ी बात हमारे दिमाग में यह आती है कि दोनों फिल्मों में से कौन-सी आगे जाएगी और कौन-सी पीछे रहेगी। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में जब ऐसी स्थिति आती है, तो फैंस के लिए सिनेमा मानो युद्ध का मैदान बन जाता है। दोनों फिल्मों के फैंस अपने-अपने हीरो की फिल्मों को सपोर्ट करने में जुट जाते हैं और सोशल मीडिया पर हेट ट्रेंडिंग शुरू हो जाती है।
ऐसा हाल ही में सलार और डंकी के बीच भी हुआ था। सलार और डंकी के फैंस आपस में भिड़ गए थे, लेकिन क्या हुआ? दोनों ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल रहीं। ऐसा ही गंटूर कारम और हनुमान फिल्म के समय भी हुआ था। हनुमान फिल्म को बहुत अधिक स्क्रीन काउंट नहीं मिला था, लेकिन फिर भी यह फिल्म अपनी कहानी के दम पर सभी फिल्मों से आगे निकल गई। अगर आपकी फिल्म अच्छी है, तो वह चलेगी, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसे किस फिल्म के साथ रिलीज़ किया जा रहा है।
“बड़े मियां छोटे मियां” के डायरेक्टर ने क्या कहा “मैदान” फिल्म के बारे में
अली अब्बास ज़फर, डायरेक्टर की एक बात सबको पसंद आती है कि ये बहुत सुलझे हुए डायरेक्टर माने जाते हैं। अली ने अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि दोनों ही फिल्में अलग-अलग जोन की हैं। एक एक्शन मसाला एंटरटेनमेंट है, जबकि दूसरी फिल्म बायोग्राफिकल ड्रामा है। इस ईद पर छुट्टियां हैं, आप दोनों ही फिल्में देख सकते हैं, जिसमें आपको रुचि हो। हर इंसान का फिल्म देखने का अपना-अपना अलग रुचि आधार होता है और वह उसी के हिसाब से फिल्म देखता है।
मैदान फिल्म के प्रोड्यूसर बोनी कपूर ने क्या कहा इस बारे में
बड़े मियां छोटे मियां के प्रोड्यूसर पूजा एंटरटेनमेंट वाले जैकी भगनानी ने बोनी कपूर को फोन किया और कहा, “अंकल, आप हमारी फिल्म के साथ ही अपनी फिल्म ‘मैदान’ को क्यों रिलीज़ कर रहे हैं, जबकि हमने तो बहुत पहले ही सबको बता दिया था कि हम ‘बड़े मियां छोटे मियां’ को ईद पर रिलीज़ करने जा रहे हैं।” तब बोनी कपूर ने समझाया, “बेटा, हमारी फिल्म पहले से ही बहुत लेट हो चुकी है। हम चार साल से इंतज़ार कर रहे थे अपनी फिल्म को रिलीज़ करने का। ये ईद का समय है और सबकी छुट्टियां होती हैं, तब हमने भी सोचा कि इसका हमें भी थोड़ा फायदा मिलेगा।”
क्या फैंस को किसी भी फिल्म के रिलीज़ के समय आपस में लड़ना चाहिए?
नहीं, लड़ना नहीं चाहिए। हम सिर्फ अपने हीरो को देखकर उसकी फिल्म को प्रमोट करते हैं। लेकिन अगर आपको कोई दूसरा हीरो पसंद नहीं है, तो उसकी फिल्म की नफरत भरी पब्लिसिटी भी न करें। फिल्म बनाने में हीरो के अलावा पूरी एक यूनिट काम करती है। हजारों लोगों को खाना मिलता है, काम मिलता है। एक फिल्म से जुड़ा हुआ कोई भी इंसान यह नहीं चाहता कि उसकी मेहनत खराब जाए। फिल्म बनाने में बहुत पैसा लगता है और जब किसी फिल्म को नफरत मिलती है, तो इसके प्रोड्यूसर और डायरेक्टर दोनों को मानसिक स्तर पर नुकसान होता है।
अजय देवगन के बर्थडे पर क्या ट्वीट किया अक्षय कुमार ने
हम दर्शक एक-दूसरे हीरो के लिए लड़ते रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक्टर एक-दूसरे से हमेशा जुड़े रहते हैं? हाल ही में अजय देवगन के बर्थडे पर अक्षय कुमार ने अपने X सोशल नेटवर्किंग साइट पर अजय देवगन को जन्मदिन की बधाई दी। इस पर जवाब में अजय देवगन ने भी अक्षय कुमार को “शुक्रिया बड़े मियां” कहकर कमेंट किया। इससे पता चलता है कि बड़े हीरो के दिलों में एक-दूसरे के लिए कोई तनाव नहीं होता, चाहे उनकी फिल्में एक ही दिन रिलीज़ हो रही हों। इससे पहले भी अजय देवगन और अक्षय कुमार ने साथ में मिलकर सुहाग, इंसान, खाकी, सूर्यवंशी जैसी कई फिल्मों में काम किया है। इन दोनों की दोस्ती बहुत गहरी है और इस बात को दोनों हीरो के फैंस को भी समझना चाहिए।
बड़े मियां छोटे मियां की शुरू की गई एडवांस बुकिंग
बड़े मियां छोटे मियां के मेकर्स ने आज से इस फिल्म की एडवांस बुकिंग शुरू कर दी है। इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर अच्छा रिस्पॉन्स मिलने की उम्मीद है। एडवांस बुकिंग की वजह यह है कि फिल्म की हाइप बहुत तगड़ी बन चुकी है। बड़े मियां छोटे मियां एक बड़े बजट की फिल्म है। जैसा कि हमने देखा है कि पिछले दो सालों से अक्षय कुमार की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाती हुई नहीं दिख रही हैं।
इस फिल्म से अक्षय के फैंस को बहुत उम्मीदें हैं कि फिल्म में कुछ अलग देखने को मिलेगा। एक वजह यह भी है कि फिल्म के डायरेक्टर अली अब्बास ज़फर ने अभी तक जितनी भी फिल्में दी हैं, सभी सुपरहिट रही हैं, फिर चाहे वह सुल्तान हो, टाइगर ज़िंदा है या भारत। इन सभी फिल्मों से अली अब्बास ज़फर ने अपने फैंस को निराश नहीं किया। इसी तरह यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बड़े मियां छोटे मियां भी एक बेहतरीन फिल्म बनकर हमारे सामने आएगी।
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