कहानी एक पुलिस ऑफिसर की दिखाई गई है, जो एक एनकाउंटर स्पेशलिस्ट होता है। एक स्कूल की टीचर का रेप करके निर्मम हत्या कर दी जाती है। रजनीकांत की जिंदगी में एक ऐसा केस आता है, जिसमें उनके द्वारा किए गए एनकाउंटर से थोड़ी गड़बड़ी हो जाती है। इससे न्याय और अन्याय की कहानी देखने को मिलती है। कौन दोषी है और कौन निर्दोष, इन दोनों के बीच के अंतर को समझाने अमिताभ बच्चन आते हैं।
अमिताभ बच्चन फिल्म में “जज” के कैमियो रोल में दिखाई देते हैं। इंटरवल तक आपको लगता है कि फिल्म खत्म हो गई, पर इंटरवल के बाद फिल्म का “ओरिजिनल कॉन्सेप्ट” एक बड़ा ट्विस्ट देखने को मिलता है, जो फिल्म में एक नया जोश भर देता है। फिल्म हमें एक बेहद संवेदनशील मुद्दा दिखाती है।
वेट्टैयन मास मसाला फिल्म होकर भी वैसी नहीं लगती। इसमें हमें डिटेल में इन्वेस्टिगेशन, सीसीटीवी, फिंगर प्रिंट की जांच, ये सब कुछ दिखाया गया है। हमें हमेशा इस बात की शिकायत रहती है कि सुपर स्टार रजनीकांत को फिल्मों में कुछ ज्यादा ही ओवर दिखाया जाता है। पर इस फिल्म में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। फिल्म कहीं से भी अपने टॉपिक से भटकती नहीं है। कहीं पर भी बेमतलब के कॉमेडी सीन या गाने देखने को नहीं मिलते।
एक लाइन में अगर फिल्म का रिव्यू किया जाए तो “सुपर स्टार रजनीकांत की फिल्म न होकर एक्टर रजनीकांत की फिल्म है, जो जय भीम बनाने वाले डायरेक्टर टीजे ग्नानवेल की फिल्म में काम कर रहे हैं।” फिल्म के शुरुआती 20 मिनट में ही आप रजनीकांत के फैन हो जाएंगे। एक नवंबर का इंतजार किए बिना अब सूर्या जैसा पावरफुल कंटेंट देखने को मिलेगा वेट्टैयन में।
क्यों देखनी चाहिए वेट्टैयन
एक्शन, मार-धाड़, कैमियो को छोड़ो, वेट्टैयन एक सस्पेंस थ्रिलर फिल्म है, जिसके ट्विस्ट और टर्न हमारा दिमाग घुमाने की क्षमता रखते हैं। फिल्म खत्म होते-होते चौंकाने का काम कर देती है। हमारे सामने रोज होने वाली सामान्य चीजों को उजागर किया गया है, वो भी इस तरह से कि आप इसे देखकर सिनेमाघरों में हिल जाएंगे। फिल्म की कहानी साधारण है, पर दिखाने का तरीका साधारण नहीं है। विलेन को लेकर दिखाया जाने वाला भ्रम पूरा पैसा वसूल है। फहद फाजिल को देखकर पता चलेगा कि एक्टिंग किसे कहते हैं।
निगेटिव पॉइंट
अगर आपने थोड़ी-बहुत भी साउथ की क्राइम थ्रिलर फिल्में देखी होंगी, तब आपको पहले से ही पता लग जाएगा कि आगे क्या दिखाया जाने वाला है। बस इसी वजह से दो घंटे तैंतालीस मिनट की ये फिल्म हमें थोड़ी लंबी लगती है। क्लाइमेक्स को देखकर ऐसा लगता है कि जबरदस्ती सीन को खींचा जा रहा है। बहुत सारे सोशल मुद्दों को एक साथ दिखाकर फिल्म थोड़ी खिचड़ी-सी फील होने लगती है। गाली-गलौज फिल्म में नहीं है, पर कुछ सीन बहुत संवेदनशील हैं, तो बच्चों को फिल्म से दूर ही रखना।
हमारी तरफ से वेट्टैयन को दिए जाते हैं पांच में से तीन स्टार।
READ MORE
Citadel Diana 2024 Review: सीटाडेल और मेंटिकोर होंगे आमने सामने, देखिये किसकी होगी जीत


