Last World War Review hindi dubbed movies:”हिपहॉप तमीज़्हा प्रोडक्शन के बैनर तले निर्देशक “हिपहॉप तमीज़्हा आधी” की लास्ट वर्ल्ड वार को हिंदी में 4 अक्टूबर से सिनेमा घरो में रिलीज़ कर दिया गया है।
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ये एक एक्शन साइंस फिक्शन थ्रीलर फिल्म है, “हिपहॉप तमीज़्हा आधी” ने फिल्म के निर्देशन के साथ-साथ कहानी को भी लिखा है,और ये फिल्म के लीड रोल में भी नज़र आरहे है। इनके साथ हमें नसीर,नटराजन सुब्रमण्यम,अनघा जैसे सितारे भी फिल्म में दिखाई देंगे।
“दो घंटे अठारह मिनट” की इस फिल्म का बजट सिर्फ 16 करोड़ का है। फिल्म की कहानी 2028 तीसरे विश्व युद्ध की है जिसमे कुछ अंतर्राष्ट्रीय ताकतों से भारत देश को बचाते हुए दिखाया गया है।
कहानी
लास्ट वर्ल्ड वार की कहानी को अगर एक लाइन में रिव्यु किया जाये, तो यह एक अच्छी एक बार देखने लायक फिल्म है।फिल्म की शुरवात होती है दुनिया के इतिहास से “दुनिया जब शुरू हुई तब यहाँ बहुत सारे जीव जंतु रहा करते थे बड़े जीव छोटे जीव पर राज किया करते थे,तब जानवर सिर्फ अपने खाने के लिये एक दूसरे को मारा करते थे,बिना किसी लालच के और ये सब एक दिन ख़त्म हो गये ।
कुछ टाइम बाद इस धरती पर आदिमानव यानि इंसांनो की उत्पत्त्ति हुई,इन्होंने अपने दिमाग से साइंस को जन्म दिया, और हथियार बनाये इन हथियारों में जो सबसे जादा खतरनाक हथियार वो था परमाणु बम । इस परमाणु बम से दुनिया के कुछ शहर लाशो के ढेर के रूप में बदल गये।
तब 193 देशो ने मिलकर चौबीस अक्टूबर दो हजार अट्ठाईस को यू एन (संयुक्त राष्ट्र)का निर्माण किया, पर बाद में यूँ एन के दो देश रशिया और चीन ने 72 और देशो को मिलाकर अपना एक अलग रिपब्लिक नाम का संघठन बना लिया। इनका एक ही लक्ष्य था पूरी दुनिया पर राज करना।
एक-एक कर के भारत के सभी करीबी देश भारत से अलग होकर रिपब्लिक में शामिल होने लगे जिससे भारत अकेला पड़ने लगा रशिया और अरब देशो ने भारत को तेल देने से मना कर दिया पर भारत ने घुटने नहीं टेके।
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कहानी में दिखाया गया है के रिपब्लिक ने दुनिया के सभी देशो को अपने कब्ज़े में ले लिया है, और श्रीलंका के साथ मिलकर भारत पर भी हमला कर दिया भारत के दो बड़े शहर दिल्ली और मुम्बई पर परमाणु बम से हमला किया और जिस कारण से करोडो लोगो की मर्त्यु हो गयी है।
फिल्म की कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है, पर इसे इतने अच्छे ढंग से हमारे सामने प्रस्तुत किया गया है कि यह कहीं से भी आभासी नहीं लगती। फिल्म की कुछ कमिया भी है उसकी बात हम आगे करेंगे,बहुत सारे ट्विस्ट और टर्न से भरी इस फिल्म को जानने के लिये आपको इसे सिनेमा घरो में जाकर देखना होगा।
स्क्रीनप्ले
“हिपहॉप तमीज़्हा आधी” फिल्म के प्रोडूसर,डयरेक्टर,राईटर,और हीरो भी है इन्होने फिल्म को जिस तरह से फिल्माया है उसे देख कर कुछ सीन में आप अपना माथा पकड़ लेंगे के ये हो क्या रहा है,फिल्म का स्क्रीनप्ले बहुत ढीला है। कही से भी कुछ भी चलता रहता है जो दर्शको को कई सीन में उलझा सकता है।
एक्शन सीन में बहुत ज़ादा कैमरा हिलता डुलता नज़र आता है। हीरो के एंट्री सीन में तमीज़्हा आधी एक शेर को सिर्फ इशारो से भगा देते है वो बहुत बचकाना सा लगता है। कौन सा सीन कब कैसे कहा दिखाया जाये इसमें डायरेक्टर साहब पूरी तरह से चूक गये है। पर इसका मतलब ये नहीं है के फिल्म अच्छी नहीं है बस आपको फिल्म देखते समय अपना दिमाग थोड़ा कम लगाना है।
म्यूज़िक
फिल्म का म्यूज़िक हिपहॉप तमीज़्हा आधी ने ही दिया है जो ठीक ठाक है शुरुवाती रुवात में बैकग्राउंड म्यूज़िक बहुत अच्छा है जो हमारे कानो को हॉलीवुड बीजीएम की याद दिलाता है तमिल में इसके सभी गाने अच्छे है हालांकि वो गाने हिंदी में उतने प्रभावी नहीं लगते ओवरआल म्यूज़िक ठीक है।
कैरेक्टर परफॉर्मेंस
फिल्म के सभी करेक्टरो की परफॉर्मेंस अच्छी है जिनमे से नटराजन सुब्रमण्यम ने अपने काम को बहुत अच्छे से किया है नटराजन सुब्रमण्यम पेशे से एक सिनेमॅटोग्राफर है जिन्होंने जब वी मेट की सिनेमॅटोग्रफी की थी तमीज़्हा आधी और नसीर ने भी अपने काम को सही ढंग से किया है ,अनघा का प्रदर्शन थोड़ा कमज़ोर दिखा है।
क्यों देखे लास्ट वर्ल्ड वार
अगर आप एक मास मसाला फिल्म के चाहने वाले है तो ये समझिये के ये फिल्म आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है आपको इसमें मास मसाला के सभी एंगल देखने को मिल जायेगे फिल्म का बजट 16 करोड़ का है पर इसको देखते समय आपको ये बिलकुल भी नहीं लगता के फिल्म इतने कम बजट में बनायीं गयी है।
16 करोड़ के बजट में ऐसी फिल्म बनाना बहुत बड़ी बात है,हलाकि बजट कम होने की वजह से सिर्फ वीएफएक्स में फर्क दिखायी देता है जो थोड़ा कमज़ोर है,पर फिर भी काम चल सकता है। ये एक फुल फैमिली फिल्म है,किसी भी तरह के एडल्ट सीन नहीं है। जिसे आप अपनी पूरी फैमली के साथ बैठ कर देख सकते है
निष्कर्ष
भारत में सिर्फ पाकिस्तान वार पर ही फिल्मे बनायीं जाती है पर “हिपहॉप तमीज़्हा आधी” ने लीग से हटकर चाइना वॉर पर फिल्म बनाने की सोची इसके लिए इनकी तारीफ करना होगी फिल्म आपको कही से भी बोर नहीं करती है मनोरंजन के लिहाज़ से ये एक बेहतरीन फिल्म है।
तीसरे विश्व युद्ध की फिल्म को इतने कम बजट में दिखाना कोई साधारण बात नहीं है फिल्म की हिंदी डबिंग अच्छी है। इसके यूनीक और डिफरेंट सब्जेक्ट के लिए आप एक बार देख सकते है।
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