madhuram sweet and beautiful film:आपने बहुत सी फिल्मे देखी होंगी पर आप इतना इमोशनल किसी फिल्म को देख कर नहीं हुए होंगे जितना इस फिल्म को देख कर हो सकते है।
इस फिल्म की एंडिंग इस तरह से लिखी गयी है।
के जितना भी पत्थर दिल इंसान क्यों न हो उसका दिल रो पड़ेगा।ये फिल्म जितना आपको रुलाती है उससे कही ज्यादा ये फिल्म एक रोमांटिक स्टोरी को प्रजेंट करती है।
फिल्म में एक लड़का है जो की एक छोटे से होटल में काम करता है। उसे एक लड़की से प्यार हो जाता है। उस लड़की को अपनी फैमिली से छुप कर बिरयानी खाने में बड़ा मज़ा आता है। इसी के साथ आपको इस फिल्म में तीन और अलग-अलग एज ग्रुप की स्टोरी देखने को मिलती है।इस फिल्म का जो सबसे अच्छा मैसेज है वो ये है के “सच्चे प्यार की पहचान बुरे वक़्त में ही पता चलती है”
ये फिल्म आप अपने पार्टनर के साथ देख सकते है क्युकी फिल्म में बहुत सी ऐसी चीज़े दिखायी गयी है जिनसे आप खुद को रिलेट कर पायेंगे।
मधुरम (Madhuram)
जिस तरह इस फिल्म का टाइटल है मधुरम बस उसी तरह की ये एक स्वीट और सुन्दर फिल्म है। ये फिल्म पूरी तरह से ज़मीनी हकीकत को बया करती है।क्युकी इस फिल्म को इतना सिंपल इतना बेसिक एक आम इंसान की कहानी से जोड़ कर दिखाया गया है।
फिल्म की कहानी की शुरुवात कुच्ची के एक सरकारी हॉस्पिटल से होती है। जहा साबू जिसका करेक्टर निभाया है (जोजू जॉर्ज) ने अपनी पत्नी चित्रा, जिसका करेक्टर प्ले किया है (श्रुति राम चंद्रन) ने का इलाज करवा रहा होता है।
आपने देखा होगा सरकारी हॉस्पिटल में एक रूम होता है जहा इलाज करवाने आये इंसान के घर वाले रुकते है वही पर साबू भी रुक जाता है। उस वेटिंग हाल में साबू जैसे और लोग भी होते है सभी लोगो में मेल जोल हो जाता है। ये सभी लोग एक दूसरे के साथ फैमिली जैसा फील करने लगते है।सभी लोग अपनी-अपनी स्टोरी को आपस में शेयर करने लगते है।
ये सभी स्टोरी आपके दिल को छू लेती है जिसमे से चित्रा और साबू की स्टोरी आपकी आँखों में आंसू लादेती है।फिल्म में इतना कुछ है जिसे शब्दों में बया नहीं किया जा सकता मधुरम एक मलयालम फिल्म है। जिसे आप सोनी लिव पर हिंदी में देख सकते है.