Uglies movie:फ्यूचर में रखना चाहते हैं कदम,तो फिर नेटफ्लिक्स की यह साई फाई फिल्म सिर्फ आपके लिए बनी है

Uglies movie review in hindi

Uglies movie review in hindi:नेटफ्लिक्स पर 13 सितंबर को एक नई साइंस फिक्शन साई फाई ड्रामा फिल्म ‘अगलीज़’ रिलीज की गई है,जोकि हिंदी इंग्लिश दोनो भाषाओं में देखने को मिलेगी जिसकी लेंथ की बात करें तो यह 1 घंटा 42 मिनट की है।

इस फिल्म की कहानी ‘स्कॉट वेस्टरफेल्ड’ की बुक अग्लीज़ से इंस्पायर है। जिसमे हमे एक ऐसी फ्यूचरेस्टिक दुनिया देखने को मिलती है जिसमे उस दुनिया के सभी लोगो को 16 साल की उमर में आने के बाद उनके फेस पर सर्जरी कराना जरूरी है और अगर कोई ऐसा नही करता तो वह देशद्रोही कहलाता है। इस पूरे शहर को एक समिति के द्वारा कंट्रोल किया जाता है जिसका मुखिया ‘डॉक्टर केबल’ है।

कहानी- फिल्म की स्टोरी ‘डिस्टोपियन’ फ्यूचर से रिलेट करती है जिसमें हमें फिल्म के लीड रोल में ‘योंग टेली’ ( सारा वट्टानो ) नजर आती है और क्योंकि यहां का रिवाज है कि जब भी कोई इंसान 16 वर्ष का हो जाता है तो उसे अपने चेहरे पर सर्जरी करवानी पड़ती है जिससे वह हाई सोसाइटी के लोगों में कन्वर्ट हो सके हालांकि इस रूल के खिलाफ जंगलों में एक रेबल ग्रुप भी काम कर रहा होता है जो इस नियम को बिल्कुल भी एक्सेप्ट नहीं करना चाहता जोकि इसके विरोध में हमेशा खड़ा रहता है।


कहानी में आगे दिखाया जाता है टेली जोकि 16 वर्ष की हो चुकी है लेकिन अपनी सर्जरी से पहले ही वह अपनी दोस्त ‘शाए’ (ब्रेनि टीजु) को ढूंढने निकल पड़ती है जो कि अचानक से कहीं गुम हो चुकी है। अपनी दोस्त को ढूंढने के इस सफर में टेली को सोसाइटी के ऐसे गहरे राज़ों के बारे में पता चलता है जो उसकी दुनिया से जुड़े हुए हैं।

फिल्म की कहानी यह दिखाने की कोशिश करती है कि कैसे एक सोसाइटी मिलकर ह्यूमंस के दिमाग पर कब्जा किए हुए हैं जो कि इस सिटी का मुखिया ‘डॉक्टर केबल’ है जोकि सभी गतिविधियों को संचालित करता है। किस तरह से टेली अपनी दोस्त को बचाती है और क्या उसे भी अपने फेस की सर्जरी करवानी पड़ती है या नही यह सब जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी यह फिल्म जोकि नेटफ्लिक्स पर हिंदी में उपलब्ध है।

Uglies movie review in hindi

PIC CREDIT IMDB

टेक्निकल एस्पेक्ट-

फिल्म का वीएफएक्स वर्क काफी अच्छा है जिसे टॉप नोच क्वालिटी का कहना गलत ना होगा। फिल्म में जिस तरह से फ्यूचरेसिटिक चीज़ों को इंप्लीमेंट किया गया है वह भी तारीफ के काबिल है। अगर बात करें इसके प्रोडक्शन क्वालिटी की तो यह प्रीमियम लेवल का है। फिल्म के हिंदी डबिंग अच्छी है जिसमें आपको किसी भी तरह की कमी नजर नहीं आएगी।

खामियां-

फिल्म की सबसे बड़ी कमी इसकी कहानी है जो की काफी ओल्ड मॉडल है जिसे काफी आसानी से प्रिडिक्ट किया जा सकता है। मेकर्स फिल्म की कहानी में उस लेवल की मिस्ट्री को डेवलप कर पाने में नाकाम रहे जो कि दर्शकों को इंगेज करके रख सके। बात करें इसके करेक्टर डेवलपमेंट की तो कहानी में वह भी फिट नही बैठते।

फाइनल एस्पेक्ट-

अगर आपको फिक्शनल मूवीस देखने का शौक है जिसमे ड्रामा कॉमेडी और फिक्शन सभी शामिल है तो आप इस फिल्म को रिकमेंड कर सकते हैं जिसकी कहानी भले ही थोड़ी खींची हुई है लेकिन यह आपका अच्छा टाइम पास करने के लिए काफी है,हां लेकिन इस फिल्म को बहुत एक्सपेक्टेशन के साथ देखने ना जाए साथ ही इस फिल्म में किसी भी प्रकार की अश्लीलता नही हैं इसलिए आप इस फिल्म को अपने परिवार के साथ भी देख सकते है।

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  • movie reviewer

    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है मैने अपनी ब्लॉगिंग की शुरवात न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी अभी के टाइम पर मै कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ उनमे से एक फिल्मीड्रीप है मै हिंदी इंग्लिश तमिल तेलगु मलयालम फिल्मो का रिव्यु लिखता हूँ । आशा करता हूँ के मेरे द्वारा दिए गए रिव्यु से आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे धन्यवाद।

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