तेजा सज्जा जैसे बेहतरीन एक्टर के फैंस के लिए उनकी मुख्य भूमिका वाली एक्शन साइंस फिक्शन और थ्रिलर से भरपूर एक फिल्म 12 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज की गई है। तेलुगु लैंग्वेज में बनी ये फिल्म अपनी ओरिजिनल लैंग्वेज के साथ हिंदी लैंग्वेज में भी रिलीज की गई है। फिल्म की पूरी कहानी जानने के लिए आपको 2 घंटे 49 मिनट का समय देना होगा। फिल्म के डायरेक्टर हैं कार्तिक गट्टमनेनी और अनिल आनंद। कार्तिक गट्टमनेनी के साथ कहानी लिखी है मनीबाबू करणम ने। मुख्य कलाकारों में तेजा सज्जा के साथ मनोज कुमार मंचू, रितिका नायक, जगपति बाबू, श्रिया सरन और जय राम जैसे कलाकार देखने को मिलेंगे। इनके साथ और भी कई सहायक कलाकार देखने को मिलेंगे जैसे कौशिक महाता, श्री राम रेड्डी पोलुस, तंजा केलर, रघुराम आदि। आइए जानते हैं पीपल मीडिया फैक्ट्री के द्वारा बनाई गई इस फिल्म की कहानी कैसी है और क्यों आपको यह फिल्म देखनी चाहिए।
मिराई फिल्म स्टोरी:
फिल्म की कहानी की शुरुआत अशोक चक्रवर्ती नाम के एक योद्धा के साथ होती है जो 9 पवित्र ग्रंथों को लिखते हैं और उन ग्रंथों को सुरक्षा के उद्देश्य से 9 अलग-अलग लोगों को दे देते हैं। ये सभी 9 लोग पूरे विश्व में फैले हुए हैं लेकिन फिर भी फिल्म में दिखाया गया विलेन जो इन ग्रंथों को हासिल करना चाहता है, इनमें से 8 ग्रंथों को ढूंढ लेता है और अब एक ग्रंथ बचा है जिसे पाकर वो खुद एक देवता बनना चाहता है। तो क्या विलेन उस 9वें ग्रंथ को ढूंढ पाएगा या नहीं, यह सब जानने के लिए आपको इस फिल्म को देखना होगा।
कैसी है प्रोडक्शन क्वालिटी?
लगभग 50 करोड़ के बजट में बनी ये फिल्म एग्जीक्यूशन वाइस बहुत ही अच्छी है जिसमें आपको फर्स्ट हाफ और भी ज्यादा अच्छा देखने को मिलेगा। बात करें अगर बैकग्राउंड स्कोर की तो वह भी एकदम सुपर लेवल का देखने को मिलेगा। जिस तरह से मनोज मंचू का एंट्री सीन दिखाया गया है, अच्छे बैकग्राउंड स्कोर का अच्छा एग्जांपल है। फिल्म में आपको 4 से 5 गूजबंप्स वाले सीन देखने को मिलेंगे। ओवरऑल अच्छी प्रोडक्शन क्वालिटी के साथ इस फिल्म को बनाया गया है जिसमें एक्टर्स की एक्टिंग के साथ-साथ मेकर्स का भी अच्छा काम देखने को मिलता है।
फिल्म के माइनस और प्लस पॉइंट्स:
फिल्म में दिखाए गए फ्लैशबैक सीन को इतना ज्यादा लेंथी किया गया है कि उन्हें देखते-देखते आप यह भूल जाएंगे कि आप फ्लैशबैक चीज देख रहे हैं। वहीं अगर बात करें हिंदी डबिंग की तो वह भी आपको बहुत ज्यादा अच्छी देखने को नहीं मिलेगी। यह एक सुपर पावर फिल्म है जिसमें आपको थोड़े से कम एक्साइटिंग लेवल के साथ सुपर पावर को दिखाया गया है जो बहुत ज्यादा क्रिएटिव या फिर नए नहीं हैं। जहां पर मनोज मंचू के एंट्री सीन को बहुत ही बेहतरीन के साथ दिखाया गया है, वहीं आपको तेजा सज्जा का इंट्रोडक्शन थोड़ा सा डिसएपॉइंट कर सकता है। फिल्म में दिखाया गया टास्क जो मनोज मंचू को एक विलेन के रूप में पूरा करना था, अशोक चक्रवर्ती के द्वारा लिखी गई किताबों को हासिल करना, उसे बहुत ही आसानी से दिखाया गया है। अगर इस पूरे टास्क को थोड़ा और डिफिकल्टी के साथ प्रेजेंट किया जाता तो यह एक बेस्ट सिनेमा बनकर तैयार हो सकता था।
इस फिल्म में आपको एक स्टिक भी देखने को मिलेगी जिसे तेजा सज्जा यूज करता है। वैसे तो वह स्टिक हिमालय में है लेकिन जिस तरह से तेजा सज्जा उसे हासिल करता है, ऐसा लगता है जैसे फ्रिज में रखी हो। फिल्म में कई एआई जेनरेटेड वीडियोज भी देखने को मिलेंगी।
निष्कर्ष:
एक्शन, साइंस फिक्शन, थ्रिलर और कॉमेडी के जॉनर में यह एक तेलुगु लैंग्वेज में बनी बेस्ट फिल्म है लेकिन अगर इस फिल्म को हॉलीवुड की फिल्मों से कंपेयर करेंगे तो आपको इसमें कई कमियां देखने को मिलेंगी। वहीं अगर आप तेलुगु लैंग्वेज में बड़ी एक नॉर्मल से बजट में अच्छी फिल्म देखना चाहते हैं तो यह फिल्म आपके लिए है जिसे बहुत ज्यादा हाई एक्सपेक्टेशंस के साथ न देखें। तेजा सज्जा के फैन हैं तो एक बार इस फिल्म को ट्राई कर सकते हैं जिसे फिल्मी ट्रिप की तरफ से 5 में से 3 स्टार की रेटिंग दी जाती है।
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