ज़ी ५ की एक मिनी वेबसीरीज बकैती को रिलीज़ कर दिया गया है। यहां भारत के मध्यम वर्गीय एक परिवार की परेशानी को दिखाया गया है जो आम तौर पर भारत के हर मिडल क्लास फैमिली में देखने को मिलती है। बकैती में टोटल 7 एपिसोड देखने को मिलेंगे, हर एपिसोड की लंबाई 15 से लेकर 20 मिनट के बीच की है। आइए जानते हैं शॉर्ट में कि यह मिनी सीरीज कैसी है, क्या यह आपका और हमारा टाइम डिजर्व करती भी है या नहीं।
कहानी
कहानी विजय कटारिया के ऊपर है जो एक वकील की भूमिका में दिखाई देते हैं। यह एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इनके परिवार में दो बच्चेएक बेटा और एक बेटी हैं। यहां विजय कटारिया आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, जिस कारण यह अपने घर के एक कमरे को किराए पर देना चाहते हैं।
अब जब रूम रेंट पर जाता है, तब यहां दिखाए गए दोनों बहन और भाई को एक ही कमरा शेयर करना पड़ता है। कुछ और दिक्कतों की वजह से नौबत घर तक बिकने की आ जाती है। अब यह प्रॉब्लम कैसी है, ये तो सीरीज देखने के बाद ही पता करना होगा। अब बहुत सारे ट्विस्ट और टर्न के साथ कटारिया के परिवार की प्रॉब्लम सॉल्व होती है या नहीं, यही सब पता लगाने के लिए आपको यह सीरीज देखनी होगी।
क्या ख़ास है बकैती में
ये एक डिसेंट सीरीज है। कहानी को बहुत आसान रखते हुए प्रभावी ढंग से पेश किया गया है। अगर आपने गुल्लक, दुपहिया जैसी सीरीज देखी होगी, तब डेफिनेटली यह सीरीज भी अच्छी ही लगने वाली है। यहां फैमिली ड्रामा के साथ पारिवारिक रिश्तों को हंसी-मज़ाक के साथ पेश किया गया है। प्रोडक्शन वैल्यू अच्छा है। सभी एक्टर की परफॉर्मेंस भी ठीक-ठाक है। यह बहुत एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी तो देखने को नहीं मिलता, पर हां, इस वीकेंड टाइम पास के लिए इसे देखा जा सकता है।
निष्कर्ष
पारिवारिक ड्रामा, इमोशन, भाई-बहन के झगड़ों के साथ बकैती को पेश किया गया है, जो मनोरंजन का भरपूर डोज़ देता है। सीरीज में किसी भी तरह का कुछ भी एडल्ट देखने को नहीं मिलता। इसे आसानी से पूरे परिवार के साथ देखा जा सकता है। मेरी तरफ से इस सीरीज को दिए जाते हैं पांच में से तीन स्टार की रेटिंग।
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