Zebra vs Lucky Bhaskar: लकी भास्कर जैसी स्मार्ट बैंकिंग स्कैम थ्रिलर।

Zebra vs Lucky Bhaskar

Zebra vs Lucky Bhaskar: अगर आपने Lucky Bhaskar मूवी देखी है तो आपको वो बैंकिंग स्कैम वाली कहानी ज़रूर याद होगी, जहां स्मार्ट तरीके से सिस्टम के लूप होल का फायदा उठाया जाता है। ठीक वैसी ही वाइब वाली एक और फिल्म है Zebra, जो तेलुगु सिनेमा से आई है।

मैंने हाल ही में इसे 27 जुलाई 2025 के दिन हिंदी डब में टीवी प्रीमियर पर देखा और ये बिल्कुल वैसी ही इंटेलिजेंट थ्रिलर है जो दिमाग को ट्विस्ट देती है। लेकिन इसमें डायरेक्टर का अपना फ्लेवर है, जो इसे अलग बनाता है। आइए डिटेल में बात करते हैं।

Zebra की कहानी:

फिल्म की कहानी एक बैंक एम्प्लॉयी पर फोकस है, जो अपनी गर्लफ्रेंड के साथ उसी ब्रांच में काम करता है। लेकिन उसकी गर्लफ्रेंड की एक छोटी सी गलती से पैसे गलत अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं और यहीं से हीरो को सिस्टम में एक बड़ा लूप होल नजर आता है। वो इसे कैश करने का प्लान बनाता है लेकिन चीजें उलझती जाती हैं।

ये प्लॉट Scam 1992 या Lucky Bhaskar की याद दिलाता है, जहां साधारण आदमी बड़ा गेम खेलता है। लेकिन Zebra में फोकस ज्यादा पर्सनल रिलेशनशिप्स और मोरल डिलेमा पर है। पूरी स्टोरी देखने लायक है, खासकर अगर आपको फाइनेंशियल थ्रिलर्स पसंद हैं।

Lucky Bhaskar से क्या है अलग?:

Lucky Bhaskar में जहां फोकस हाई स्टेक स्कैम पर था, Zebra इसे ज्यादा इमोशनल टच देती है। दोनों में बैंकिंग सिस्टम की कमजोरियां दिखाई गई हैं, लेकिन यहां डायरेक्टर ने इसे तेलुगु स्टाइल में मिक्स किया है जिसमे थोड़ी कॉमेडी, ड्रामा और सरप्राइज हैं।

पहला हाफ थोड़ा स्लो लगता है, जैसे कोई स्टैंडर्ड तेलुगु फिल्म, लेकिन सेकंड हाफ गेम चेंजर है। ज़ेबरा मूवी में ट्विस्ट्स की बौछार है और क्लाइमेक्स का सरप्राइज तो बिल्कुल अनप्रेडिक्टेबल है। अगर Lucky Bhaskar ने आपको एक्साइटेड किया था, तो ये भी निराश नहीं करेगी।

स्टार्स का कमाल

लीड रोल में सत्यदेव हैं, जो हमेशा की तरह इसमें भी अपनी सॉलिड परफॉर्मेंस देते हैं। उनका कैरेक्टर ग्रे शेड वाला है, जो आपको इंप्रेस करेगा। विलेन के तौर पर धनंजय (कन्नड़ एक्टर) कमाल के हैं, उनका स्क्रीन प्रेजेंस इतना पावरफुल है कि एंट्री से ही डर लगता है। बाकी सपोर्टिंग कास्ट भी ठीक है लेकिन ये दोनों फिल्म को कैरी करते हैं।

टेक्निकल साइड:

फिल्म की लंबाई 2 घंटे 42 मिनट है, जो थोड़ी ज्यादा लगती है, इसमें कम से कम 20 मिनट कट हो सकते थे खासकर पहले हाफ में। बैकग्राउंड म्यूजिक रई बसूर का है, जो एक्शन फिल्मों के लिए सूट करता है लेकिन यहां थोड़ा लाउड और मिसफिट लगता है।

फिर भी डायरेक्शन अच्छा है बैंकिंग लूपहोल्स को रियलिस्टिक तरीके से दिखाया गया है, जो आजकल के दौर में चैलेंजिंग है। हिंदी डबिंग एवरेज है जैसे टीवी प्रीमियर वाली मूवीज की होती है, लेकिन ज़ेबरा की स्टोरी इतनी स्ट्रॉन्ग है कि वो कवर हो जाता है।

फैमिली फ्रेंडली या नहीं?

फिल्म में कोई वायलेंस या न्यूडिटी नहीं है, तो फैमिली के साथ इसे देखा जा सकता है। बस थ्रिलर एलिमेंट्स हैं जो किड्स के लिए थोड़े हेवी हो सकते हैं।

देखनी चाहिए या नहीं?

अगर आपको Lucky Bhaskar टाइप की स्मार्ट स्टोरीज पसंद हैं तो आपके लिए Zebra एक अच्छी वॉच साबित हो सकती है। ये अपने सेकंड हाफ की वजह से 7/10 डिजर्व करती है, अगर आपने इसे मिस किया है तो हिंदी डब ढूंढो, क्योंकि कल ही इसका टीवी प्रीमियर हुआ था।

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  • Movie Reviewer

    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है, मैने अपने ब्लॉगिंग करियर की शुरवात साल 2023 में न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी। वर्तमान समय मे,भारत की सबसे तेज़ी से बढ़ती हुई डेडीकेटेड हिंदी एंटरटेंमंट वेबसाइट,फिल्मीड्रीप के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ। मुख्य तौर पर मै फिल्मों और एंटरटेनमेंट से जुड़ी हुई ट्रेंडिंग और वायरल खबरों का एक्सपर्ट हूं। आशा करता हूँ की मेरे द्वारा दी गई हर एक जानकारी सटीक और भरोसेमंद हो,जिसे पढ़ कर आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे, धन्यवाद।

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