Planet of the Apes का फोर्थ पार्ट Kingdom of the Planet of the Apes भारत के सिनेमा घरो में आज रिलीज़ कर दिया गया है सबसे अच्छी बात ये है के आप इसे हिंदी में भी देख सकते है और इसकी हिंदी डबिंग भी बहुत अच्छे से किया गया है। बात करे अगर इस फिल्म की तो इस बार हमें कहानी फ्यूचर की देखने को मिलने वाली है फ्यूचर जो तीन सौ साल बाद का इस फिल्म में दिखाया गया है।
Kingdom of the Planet of the Apes Movie में दिखाया गया है के अब एप्स डोमिनेट स्पीशीज बन गए है जहा पर इंसान अब जानवरो की तरह मतलब के पाषाण काल में जैसे आदिमानव रहा करते थे वैसे ही रहने लगे है। फिल्म की शुरवात पिछले पार्ट के लास्ट से की गई है मतलब के जहा से पिछला पार्ट ख़तम हुआ था वहा से इस फिल्म की शरुवात की गयी है।
अंदर की खबर और मेकर की मानी जाए तो ये फिल्म अब आगे आने वाले इस फिल्म के पार्ट का पहला हिस्सा होने वाली है। आप ये भी समझ सकते है के इस फिल्म से एप्स की सीरीज का पहला पार्ट स्टार्ट किया गया है। फिल्म देखते टाइम आपके मन में एक सवाल तो जरूर आने वाला है के कैसे वहा के लोग इतने सालो आगे का सोच कर एक ऐसी फिल्म बना देते है जहा पर मेकर ने अपने इमेजिनेशन को परदे पर पूरा का पूरा उतार दिया है।
फिल्म की प्रेजेंटशन एक पियोर रियल्टी जैसी लगती है मानो के सच में आपके सामने सबकुछ हो रहा हो और आप को ऐसा लग रहा हो के मै कोई सपना तो नहीं देख रहा हूँ।
फिल्म के vfx और cgi में आपको किसी भी तरह की कोई भी कमी देखने को नहीं मिलती है vfx इतने अच्छे ढँग से दिया गया है के सबकुछ रियल लगता है कुछ भी बनावटी जैसा नहीं लगता है। फिल्म में दो कबीले दिखाए गए है जहा एक कबीला दूसरे कबीले को बर्बाद कर देता है। और बचता है सिर्फ एक नोवा हमला करने वाला कबीला पीछे पड़ा है एक लड़की के ,आगे की कहनी जानने के लिए आप को ये फिल्म देखनी होगी।
फिल्म के अगर निगेटिव पार्ट की बात की जाये तो इस फिल्म को देखते टाइम आप को ऐसा फील जुरूर होगा के फिल्म दो घंटा पचास मिनट की जगह पर दो घंटे की ही होना चाहिए थी। कही-कही फिल्म में बहुत लम्बे लम्बे डायलॉग दिखाए गए है अगर वो डायलॉग फिल्म में न भी होते फिर भी फिल्म पर कोई फर्क नहीं पड़ता। फिल्म के विजुवल की अगर बात की जाये तो बहुत बढ़िया है और इस फिल्म को इस तरह से खतम किया गया है के फिल्म का अगला पार्ट बनाया जा सके।
फिल्म की हिंदी डबिंग करेक्टर वाइस बहुत बढ़िया है। फिल्म को आप अपने पूरे परिवार के साथ बैठ कर देख सकते है फिल्म में कोरोना वायरस के बाद उसके सिम्टम्पस से लड़ते हुए इंसान भी दिखाए गए है फिल्म का कलाइमेक्स आपको थोड़ा फ़िल्मी लगने वाला है पर ठीक है मज़ा आता है देखने पर।
अगर आप एक मॉस ऑडियंस है तो फिल्म के कलाइमेक्स में आप सिटी जुरूर मारने वाले है। फिल्म अच्छी है आप एक बार इस फिल्म को देख सकते है हमारी तरफ से इस फिल्म को दिया जाता है पांच में से साढ़े तीन स्टार।
इन बेस्ट वेब सीरीज को देख कर आपको मिलेगा एंटरटेनमेंट का खज़ाना